स्लम बस्तियों के साथ पाश इलाकों में भी पैर पसार रहा डेंगू

जिले में इस सीजन में अब तक 587 लोगों को डेंगू का डंक लग चुका है जिनमें से 40 फीसद मरीज शहर के पाश इलाकों में रहने वाले हैं। कोरोना महामारी के बीच कौंसिल मुलाजिमों ने डेंगू का लारवा ढूंढने की कोशिश न करना भी डेंगू फैलने का मुख्य कारण है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 07:45 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 07:45 PM (IST)
स्लम बस्तियों के साथ पाश इलाकों में भी पैर पसार रहा डेंगू
स्लम बस्तियों के साथ पाश इलाकों में भी पैर पसार रहा डेंगू

संस, फिरोजपुर : जिले में इस सीजन में अब तक 587 लोगों को डेंगू का डंक लग चुका है, जिनमें से 40 फीसद मरीज शहर के पाश इलाकों में रहने वाले हैं। कोरोना महामारी के बीच कौंसिल मुलाजिमों ने डेंगू का लारवा ढूंढने की कोशिश न करना भी डेंगू फैलने का मुख्य कारण है। कौंसिल की लापरवाही का अंदाजा काटे गए मात्र 34 चालान से लगाया जा सकता है, जबकि शहर के 31 वार्ड का क्षेत्रफल बहुत ज्यादा है ।

कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर सुखपाल सिंह ने कहा कि शहर के हर इलाके में फागिग करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शहर की पाश कालोनियों के रहने वाले लोग अपनी छतों व अन्य हिस्सों में रखे सामान में खड़े पानी को साफ नहीं करते रहे और इसी कारण डेंगू पनपता रहा । जबकि शहरवासी कहते है कि नगर कौंसिल की तरफ से खानापूर्ति व दिखावे के लिए ही फागिग की गई । सेहत विभाग के आंकड़े के मुताबिक कोरोना महामारी व लाकडाउन के बीच शुरूआती दौर में मक्खू गेट, बांसी गेट, बस्ती सेंखावाली, कंबोज नगर के विभिन्न हिस्सों में 50 से ज्यादा लोगों को डेंगू का डंक लगा था और धीरे धीरे मच्छर का कहर बढ़ता गया । इसके बाद बारी आई पाश कालोनियों की और इनमें डेंगू मच्छर ने अपना कहर बरपाया । सेहत विभाग के आंकड़े मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा मरीज फिरोजपुर शहरी एरिया में पाए गए हैं।

1100 लोगों के लिए जा चुके हैं डेंगू के सैंपल

सिविल अस्पताल के डेंगू विभाग के इंचार्ज डा.युवराज ने कहा कि अब तक जिले के विभिन्न हिस्सों से रहने वाले 1100 से ज्यादा लोगों की सैंपलिग की जा चुकी है और इनमें 587 लोगों को डेंगू का डंक लगा है। मौसम बदलने से अब संख्या बढ़ने पर रोक लगने लगी है, क्योंकि डेंगू के अनकूल मौसम खत्म होता जा रहा है। कौंसिल को 34 घरों में ही मिला लारवा

कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर ने बताया कि उनकी तरफ से शहर के विभिन्न हिस्सों से पहुंच कर लारवा ढूंढने की कोशिश की गई, लेकिन अभी तक 34 घरों से ही लारवा मिला है और इसमें रोडवेज का डिपो में लारवा मिलने पर जीएम का भी चालान काटा जा चुका है। कोरोना काल के दौरान आफिस में कामकाज भी बंद रखा गया था । इन इलाकों में मिल रहे अधिक केस

शहर की पाश कालोनियों में शामिल अजाद नगर, प्रीत नगर, गांधी नगर, गोपी नगर समेत अन्य इलाकों में डेंगू का डंक लोगों को तेजी से लगा है, जिसकी एक वजह नगर कौंसिल की लापरवाही भी है।

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