किसानों ने बंद करवाई मोबाइल की दुकानें, टावर के काटे बिजली कनेक्शन

एक तरफ जहां किसान कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली सीमाओं पर डटे हुए हैं वहीं दूसरी ओर राज्य के अंदर किसानों और नौजवानों की मोबाइल कंपनी का बायकाट किया जा रहा है जिसके तहत गांव लाधूका में भारतीय किसान यूनियन एकता डकौदा के प्रधान हरीश नड्ढा के नेतृत्व में मोबाइल कंपनी के टावर की बिजली सप्लाई बंद की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 10:07 PM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 10:07 PM (IST)
किसानों ने बंद करवाई मोबाइल की दुकानें, टावर के काटे बिजली कनेक्शन
किसानों ने बंद करवाई मोबाइल की दुकानें, टावर के काटे बिजली कनेक्शन

संवाद सूत्र, जलालाबाद : एक तरफ जहां किसान कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली सीमाओं पर डटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य के अंदर किसानों और नौजवानों की मोबाइल कंपनी का बायकाट किया जा रहा है, जिसके तहत गांव लाधूका में भारतीय किसान यूनियन एकता डकौदा के प्रधान हरीश नड्ढा के नेतृत्व में मोबाइल कंपनी के टावर की बिजली सप्लाई बंद की गई।

इस मौके राकेश कुमार बब्बू, रमेश लाल, सुभाष कम्बो•ा, अशोक कुमार, विपन ढोट, अजय नागपाल आदि ने कहा कि केंद्र सरकार कार्पोरट घरानों के इशारों पर खेती कानून लागू कर रही है, जबकि किसानों को किसी भी कीमत पर यह कानून मंजूर नही हैं। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि सुधार कानून वापस नही लेती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। वहीं फाजिल्का में भी भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के सदस्यों द्वारा मोबाइल कंपनी की दुकानें बंद करवाई गई। ममदोट में किसानों ने मोबाइल टावरों के काटे बिजली कनेक्शन

ममदोट(फिरोजपुर) : कृषि सुधार कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन डाकौदा के जिला नेता दर्शन सिंह कड़मा के नेतृत्व में किसान यूनियन ने बुधवार को ब्लाक ममदोट के गांव कड़मा, चक्क भंगे वाला, छांगा खुर्द आदि गांवों में लगे मोबाइल टावरों के बिजली कनेक्शन बंद कर दिए

भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के नेता दर्शन सिंह कड़मा ने कहा कि जब तक मोदी सरकार किसानों काले कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक पंजाब में कारपोरेट घरानों को नहीं चलने दिया जाएगा। इस मौके पर गुरजीत सिंह कड़मा, डा. मलकीत सिंह कड़मा, गुरमुख सिंह कड़मा, मेहर सिंह कड़मा और गांव चक्क भंगे वाला के प्रधान गुरप्रीत सिंह, हरपाल सिंह, गुरजंट सिंह, गुरमुख सिंह, गुरचरन सिंह, वरिदर सिंह, जतिंदर सिंह, हरनेक सिंह, हरविंदर सिंह, तरसेम सिंह, हरजिंदर सिंह, जुझार सिंह आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी