सफाई सेवकों की मांगें माने कैप्टन सरकार: धूड़िया
भाजपा के जिलाध्यक्ष राकेश धूड़िया ने कहा कि पंजाब भर में सफाई सेवकों की हड़ताल चल रही है। उनकी मांग भी इतनी बड़ी नहीं है कि पंजाब सरकार उसका समाधान न कर सके।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : भाजपा के जिलाध्यक्ष राकेश धूड़िया ने कहा कि पंजाब भर में सफाई सेवकों की हड़ताल चल रही है। उनकी मांग भी इतनी बड़ी नहीं है कि पंजाब सरकार उसका समाधान न कर सके। उन्होंने कहा कि सफाई सेवकों की हड़ताल के कारण शहरों में कूड़ा कर्कट फैला हुआ है, जबकि सफाई सेवकों की मांग भी जायज है, क्योंकि मात्र सात-आठ हजार रुपये से हर माह घरों का गुजारा नहीं चलता। धूडिय़ा ने कहा कि पंजाब की कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की अगवाई वाली सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों, विधायकों व कांग्रेस पदाधिकारी किसानों के मामले की बात करते हैं। किसानों का मामला काफी बड़ा है और देश के हर सूबे से सबंधित है, जबकि सफाई सेवकों की मांग तो सिर्फ पंजाब सरकार से ही है और मांग भी जायज है। उसका समाधान तो पंजाब सरकार कर सकती है।
छठे पे कमिशन की सिफारिशें तुरंत लागू की जाएं: ढिल्लों संवाद सूत्र, फाजिल्का : रिटायर्ड आफिसर्ज एसोसिएशन जिला फाजिल्का की कौर कमेटी की आनलाइन बैठक इंजी. सर्बजीत सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान सरकार से मांग की गई कि छठे पे कमिशन की सिफारिशें जल्द लागू की जाएं।
एसोसिएशन के चीफ एडवाइजर हंस राज शर्मा ने प्रशासन से शहर की सफाई की दुर्दशा संबंधी तुरंत कार्रवाई की मांग की क्योंकि सफाई सेवकों की पिछले 26-27 दिनों से लगातार हड़ताल कारण शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। एसोसिएशन के पैटर्न इंजी. शाम लाल अरोड़ा ने जिला पुलिस प्रशासन से अपील की कि गोशाला रोड, साईकिल बाजार चौंक, मेहरियां बाजार और घंटाघर चौंक में ट्रैफिक की समस्या का समाधान किया जाए। एसोसिएशन के सदस्यों ने बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और जिलाध्यक्ष रंजम कामरा और उनकी टीम का लेवल-2 दर्जे का नया कोविड केयर सेंटर खोलने पर आभार प्रकट किया और इस संबंध में हर तरह का सहयोग देने की सहमति प्रकट की। एसोसिएशन द्वारा जिला स्वास्थ्य विभाग को यह भी अपील की कि शहर की मुख्य जगहों पर कोरोना पीड़ित मरीजों की सहूलत के लिए जरूरी मोबाइल नंबर बोर्डो पर लिखकर लगाए जाएं। बैठक में महासचिव सतपाल भूसरी, इंजि. बाबू लाल अरोड़ा, विजय दाबड़ा, इंजि. आत्मा सिंह सेखों और महिदर त्रिपाठी आदि शामिल थे।