म्यूनिसिपल पार्क में आरओ और वाटर कूलर की जरूरत

कोटकपूरा का म्यूनिसिपल पार्क इन दिनों गुड मार्निंग पार्क के नाम से जाना जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 04:27 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 04:27 PM (IST)
म्यूनिसिपल पार्क में आरओ और वाटर कूलर की जरूरत
म्यूनिसिपल पार्क में आरओ और वाटर कूलर की जरूरत

दीपक गर्ग कोटकपूरा

कोटकपूरा का म्यूनिसिपल पार्क इन दिनों ''गुड मार्निंग पार्क'' के नाम से जाना जाने लगा है। कुछ वर्ष पहले इस पार्क की हालत काफी खराब थी। प्रशासन ने इस पार्क में संस्थाओं के सभ्याचारक प्रोग्राम और मेले लगाने की मंजूरी देनी बंद कर दी थी।

बुद्धिजीवीयों ने अपने स्तर पर इस पार्क के सुधार शुरू करने के प्रयास शुरू कर दिए। शहर के कई गणमान्य लोगों के सहयोग को आगे आए तो पार्क में सैर करने आने वाले बुद्धिजीवीयों के एक ग्रुप ने गुड मार्निंग क्लब का गठन किया और पार्क में लाखों रुपये खर्च कर ट्रैक का निर्माण करवाया। सीसीटीवी कैमरे लगवाए, ओपन जिम बनवाया व कई अन्य सुधार करवाए।

नगर कौंसिल कोटकपूरा के कर्मी सरन कुमार की पत्नी अप्सरा कुमारी पार्क में सैर को आने वाली महिलाओं को निशुल्क ऐरोबिक्स और योगा सिखा रही है। तो अब इनका दस वर्षीय बेटा प्रिस कुमार जो कोटकपूरा के वेस्ट पॉइंट स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र है। डांस थेरेपी के जरिये पार्क में सैर करने को आने वाले युवाओं और सीनियर सिटीजनो को सेहत का पाठ पढ़ा रहा है।

गुड मार्निंग क्लब द्वारा पार्क में कई सुधार कार्य करवाए गए हैं लेकिन प्रशासन इस पार्क को लेकर मौन है। पार्क में मौजूद फव्वारे बंद हैं तो यहाँ पर पीने के पानी वाला सिस्टम भी खराब है। नल टूटे दिख रहे हैं। पार्क में बूत और मूर्तियां की नहीं बल्कि स्वच्छ जल के आरओ की जरूरत है। गर्मियों में वाटर कूलर की जरूरत है। फव्वारा प्वाइंट के विकास की जरूरत है। सुबह 10 बजे से लेकर 4 बजे तक इस पार्क में या तो धरनाकारी दिखते हैं। या प्रेमी जोड़े, लेकिन पीने का पानी किसी को नहीं मिलता।

इस पार्क में कई बड़े नेता आते रहते हैं और गुड मॉर्निंग क्लब से जुड़े बुद्धिजीवियों के साथ कई तरह की विचार चर्चा भी होती रहती है। इनमें हर पार्टी के नेता शामिल हैं पर क्लब का राजनीति से कोई संबध नहीं।

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