अनिल मेहता को सीनियर स्टैंडिग काउंसिल के तौर पर दी नियुक्ति
यूटी चंडीगढ़ के लिए पैरवी करने के लिए प्रशासन ने एडवोकेट अनिल मेहता को सीनियर स्टैंडिग काउंसिल नियुक्त किया है। चंडीगढ़ में सीनियर स्टैंडिग काउंसिल का पद राज्य में एडवोकेट जनरल के पद के बराबर होता है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ :
यूटी चंडीगढ़ के लिए पैरवी करने के लिए प्रशासन ने एडवोकेट अनिल मेहता को सीनियर स्टैंडिग काउंसिल नियुक्त किया है। चंडीगढ़ में सीनियर स्टैंडिग काउंसिल का पद राज्य में एडवोकेट जनरल के पद के बराबर होता है।
प्रशासक ने इस पद पर चयन के लिए चार सदस्यों का चयनमंडल नियुक्त किया था। इसमें एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया सत्यपाल जैन, प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल, गृह सचिव नितिन यादव व एलआर विजय जेम्स को शामिल किया गया था। 15 लोगों में से अनिल मेहता के नाम पर सभी की सहमति बनी जिसके बाद उनका नाम सीनियर स्टैंडिग काउंसिल के तौर पर मंजूर कर लिया गया। मोहाली के आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने वकालत शुरू की। इसके बाद 2014 से लेकर 2018 तक हरियाणा एजी ऑफिस में डिप्टी एडवोकेट जनरल के तौर पर कार्यरत रहे। 2018 में उन्हें चंडीगढ़ में एडिशनल स्टैंडिग काउंसिल नियुक्त किया गया। सीनियर स्टैंडिग काउंसिल पंकज जैन के हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायधीश बनने के बाद यह पद रिक्त हो गया था।