चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले तीन काबू

हरियाणा पंजाब और चंडीगढ़ में सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को सेक्टर-43 बस स्टैंड से गिरफ्तार कर पुलिस ने गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 07:19 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 07:19 AM (IST)
चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले तीन काबू
चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले तीन काबू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को सेक्टर-43 बस स्टैंड से गिरफ्तार कर पुलिस ने गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है। गिरफ्तार आरोपितों ने दो युवकों को फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलवाने के नाम पर पैसे लेकर फर्जी ज्वॉइनिग लेटर भी दिया था। आरोपितों की पहचान संगरूर के नीलोवल निवासी बलबीर सिंह, खरड़ स्थित सन्नी इंक्लेव निवासी गोपाल सिंह और खरड़ निवासी मनोज कुमार के तौर पर हुई है। सेक्टर-36 थाना पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश कर दो दिन का रिमांड भी हासिल किया है। पंजाब के पटियाला निवासी गगनदीप सिंह ने शिकायत में बताया कि उसके दोस्त माखन सिंह ने नौकरी के लिए मनोज और गोपाल से संपर्क किया था। दोनों ने उसे फॉरेस्ट गार्ड लगवाने की बात तय कर अपने साथी बलबीर से मुलाकात करवाई। इसके बाद उसने दोस्त माखन सिंह को नौकरी लगवाने के नाम पर दो लाख रुपये ले लिए। जब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में पता किया तो गार्ड पोस्ट नहीं निकलने की जानकारी मिली। जिसकी शिकायत सेक्टर-36 थाना पुलिस में की। एएसपी श्रुति अरोड़ा सुपरविजन में गिरफ्तारी

2 अप्रैल 202 को तीनों आरोपितों ने माखन सिंह और गगदीप सिंह को ज्वॉइनिग लेटर और आइकार्ड देने के लिए सेक्टर-43 बस स्टैंड बुला लिया। एएसपी श्रुति अरोड़ा के सुपरविजन में सेक्टर-36 एसएचओ मनिदर सिंह और बस स्टैंड चौकी पुलिस ने ट्रैप लगाकर आरोपितों को दबोच लिया। आरोपितों के पास फर्जी ज्वॉइनिग लेटर और आइकार्ड भी बरामद हुआ है। बेरोजगार युवकों से कर चुके लाखों की ठगी

पुलिस ने दावा किया कि शातिर तीनों आरोपित पंजाब और हरियाणा के बेरोजगार युवकों से लाखों की ठगी कर चुके है। आरोपित उन युवकों को फर्जी ज्वॉइनिग लेटर और आइकार्ड भी दे चुके है। आरोपित बलवीर सिंह के पास बरामद एक मोबाइल में एक पीडीएफ मिला है। पीडीएफ को बलबीर सिंह ने अपने साथी गोपाल और मनोज को भेज रखा था। पीडीएफ के अंदर नौकरी के ज्वॉइनिग लेटर, आइकार्ड और फोटो मिले हैं।

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