वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों को देना होगा जवाब

जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है उन्हें स्वास्थ्य विभाग को कारण बताना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 07:42 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 07:42 PM (IST)
वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों को देना होगा जवाब
वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों को देना होगा जवाब

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग को कारण बताना पड़ेगा। अगर कारण ठोस न हुआ तो आने वाले दिनों में ऐसे लोगों पर प्रशासन कार्रवाई भी कर सकता है। हो सकता है ऐसे लोगों पर आने वाले दिनों में जुर्माना या किसी प्रकार का प्रतिबंध लगा दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मात्र एक फीसद लोग ऐसे रह गए हैं, जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है।

स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने बताया कि ऐसे कुल 97,967 लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगी है। उन्होंने बताया 9,292 लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लगवाए 12 से 16 हफ्ते का समय हो चुका है। वहीं 88,675 लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लगवाए 16 हफ्ते से अधिक का समय हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य सचिव ने ऐसे लोगों से अपील की है कि वह आगे आकर दूसरी डोज लगवाना सुनिश्चित करें, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह देखने में आया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज या टीकाकरण पूरा नहीं किया है, उन लोगों की पिछले दिनों कोरोना से मौत हुई है। स्पेशल ड्राइव चलाकर लगाई जाएगी दूसरी डोज

स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने बताया जिन लोगों ने वैक्सीन की अब तक दूसरी डोज नहीं लगवाई है, स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे लोगों को संपर्क किया जाएगा। अब ऐसे लोगों को स्पेशल ड्राइव चलाकर उन्हें दूसरी डोज लगाई जाएगी। सचिव ने कहा कि इसके लिए चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड में अलग से कॉलिग सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर से रोजाना ऐसे लोगों से संपर्क कर वैक्सीन की दूसरी डोज अब तक न लगवाने का कारण पूछा जा रहा है। 20 हजार लोगों को स्वास्थ्य विभाग कर चुका है कॉल

स्वास्थ्य विभाग अब तक 20 हजार ऐसे लोगों को कॉल कर चुका है, जिनकी दूसरी डोज लगाने की तारीख निकल गई है। इसके बावजूद उन्होंने अपना टीकाकरण नहीं कराया है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि जब इन 20 हजार लोगों को संपर्क किया गया तो उनमें से अधिकतर का जवाब यह था कि वह अभी व्यस्त हैं। कई लोगों ने यह जवाब दिया कि वह दूसरी डोज लगवाना भूल गए, कई लोगों ने कहा कि उन्होंने वैक्सीन की जब पहली डोज लगवाई थी, तो वह तारीख नहीं याद और कई लोगों के मोबाइल नंबर बंद होने के कारण संपर्क नहीं हो सका। 65 फीसद किशोरों को लगी वैक्सीन की पहली डोज

सचिव ने बताया कि 15 से 18 साल तक के 65 फीसद किशोरों को कोवैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। किशोरों का टीकाकरण तीन जनवरी 2022 को शुरू हुआ था। किशोरों में टीकाकरण को लेकर बेहद ही उत्साह देखने को मिला। उन्होंने बताया कि विभाग का लक्ष्य है कि 26 जनवरी तक सभी 72 हजार किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगा दी जाए। उन्होंने बताया कि बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया 10 जनवरी को शुरू की गई थी। शहर में 15,600 वरिष्ठ नागरिक, 26,237 हेल्थ वर्कर्स और 22,438 फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाई जानी है।

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