टॉस करके जिस कॉलेज में पोस्टिंग दी वहां तीन साल से एक भी छात्र नहीं

पंजाब के तकनीकी शिक्षामंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा टॉस कर एक कॉलेज में पोस्टिंग देेने का मामला शांत नहीं हो पा रहा है। खुलासा हुआ है कि इस कॉलेज में एक भी छात्र नहीं है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 21 Feb 2018 12:37 PM (IST) Updated:Wed, 21 Feb 2018 02:35 PM (IST)
टॉस करके जिस कॉलेज में पोस्टिंग दी वहां तीन साल से एक भी छात्र नहीं
टॉस करके जिस कॉलेज में पोस्टिंग दी वहां तीन साल से एक भी छात्र नहीं

चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा पिछले हफ्ते टॉस करके लेक्चरर को पोस्टिंग देने के मामले में अहम पहलू सामने आया है। बरेटा (मानसा) के जिस शहीद नंद सिंह सरकारी बहुतकनीकी कॉलेज में लेक्चरर की नियुक्ति की गई है वहां एक भी स्टूडेंट मैकेनिकल का नहीं है। ऐसा इसी साल नहीं है, बल्कि पिछले तीन साल से यहां पर एक भी विद्यार्थी नहीं पढ़ रहा है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री चन्नी ने सिक्का उछाल करके लेक्चरर को दी थी पोस्टिंग

चन्नी द्वारा सिक्का उछालकर दो लेक्चरर को पोस्टिंग देने का मामला काफी चर्चा में रहा था। इसकी चर्चा कैबिनेट की मीटिंग में भी हुई थी। तकनीकी कॉलेज में विद्यार्थियों के न होने का डाटा विभाग की अपनी वेबसाइट का है।

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बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. प्यारा लाल गर्ग ने बताया कि विपक्षी पार्टियों ने टॉस करने को ही मुद्दा बनाया जबकि मुझे लगता है कि इससे ज्यादा पोस्टिंग देने का पारदर्शी तरीका नहीं हो सकता। लेकिन असल मुद्दे पर तो  किसी ने ध्यान नहीं दिया कि तकनीकी कॉलेज में एक भी स्टूडेंट नहीं पढ़ रहा है। आखिर इसके कारणों को जानने की क्या कोशिश की गई है?

कॉलेज में मैकेनिकल की 60 सीटें, 2013-14 में थे सिर्फ 11 छात्र

गर्ग ने बताया कि इस कॉलेज में मैकेनिकल की 60 सीटें हैं और ऐसा नहीं है कि इसी साल इसमें कोई स्टूडेंट नहीं पढ़ रहा बल्कि वर्ष 2013-14 में ही सिर्फ 11 विद्यार्थी भर्ती हुए थे। उसके बाद से तीन साल तक एक भी स्टूडेंट भर्ती नहीं हुआ, जबकि इस कॉलेज में कंप्यूटर का भी कोर्स चल रहा है। उसका हाल भी यही है। 2013-14 में यहां केवल 9 सीटें भरी थीं। उसके अगले तीन वर्षों में क्रमश: दो, छह व पांच विद्यार्थी ही दाखिल हुए। इनको पढ़ाने के लिए केवल दो लेक्चरर हैं जबकि दस नॉन टीचिंग स्टाफ रखा हुआ है।

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