अकाली-भाजपा ने धरना लगा पुलिस को कोसा

संवाद सहयोगी डेराबस्सी : अंबाला चंडीगढ़ हाइवे पर डेराबस्सी में बस स्टैंड के समीप अकाली व भाजपा क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 10:27 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 10:27 PM (IST)
अकाली-भाजपा ने धरना लगा पुलिस को कोसा
अकाली-भाजपा ने धरना लगा पुलिस को कोसा

संवाद सहयोगी डेराबस्सी : अंबाला चंडीगढ़ हाइवे पर डेराबस्सी में बस स्टैंड के समीप अकाली व भाजपा कार्यकर्ताओं ने एमएलए एनके शर्मा की अगुवाई में रोष धरना शुरु किया। यह धरना जिला परिषद एवं ब्लॉक समिति के चुनाव वाले दिन पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ था। धरनाकारियों ने पंजाब सरकार व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि दो घटे बाद पुलिस के आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया। धरने की अगुवाई कर रहे स्थानीय एमएलए एनके शर्मा का आरोप था के पोलिंग वाले दिन कांग्रेसियों ने बूथ कैप्चरिंग की व सरेआम धक्केशाही की, इसके बावजूद अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि उनके पार्षद के पति मनजीत सिंह बबलू के साथ मारपीट में उसे चाकू लगा और कांग्रेसियों ने अमृतधारी बबलू की दाढ़ी तक नोच ली। एनके शर्मा ने इस कार्रवाई को धार्मिक भावनाओं की बेअदबी करार दिया। एक हफ्ते में कार्रवाई न होने पर धरनाकारियों ने रोष धरने के अलावा मरणव्रत तक रखने का अल्टीमेटम दिया है। उल्लेखनीय है कि गुरवार को पोलिंग के दौरान मुबारिकपुर पुलिस ने काग्रेस समर्थकों की शिकायत पर अकाली दल के दो दर्जन नेताओ के खिलाफ केस दर्ज कर किया है। हलका एमएलए एनके शर्मा ने इन केसों को काग्रेसी नेताओं के दबाब में पुलिस की एकतरफा कार्रवाई बताया। उनके साथ एसजीपीसी सदस्यों में परमजीत कौर लाडरा, अजमेर सिंह खेड़ा, चरणजीत सिंह कालेवाल के अलावा मोहाली अकाली दल के शहरी प्रधान बलजीत सिंह कुंभड़ा ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ क्रास एफआईआर में 295 ए के तहत केस दर्ज करने के लिए दबाब बनाया। मौके पर डयुटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सुखविंदर वर्मा की अगुवाई में एएसपी हरमन हास, डेराबस्सी एसएचओ मोहिंदर सिंह व लालडू एसएचओ अमरप्रीत सिंह भी मौजूद थे। बाद में एनके शर्मा ने बताया कि पुलिस ने वीडियोग्राफी में जाच के बाद दोषी पाए जाने वालों पर क्त्रास एफआईआर में एक हफ्ते के भीतर आईपीसी 295-ए लगाने का भरोसा दिया है। तब तक दोनों केसों में आरोपी बनाए गए किसी भी अकाली नेता को गिरफ्तार न करने का भरोसा दिया गया है। इसके बाद शातिपूर्ण धरना उठा लिया गया।

chat bot
आपका साथी