केजरीवाल के माफी से कांग्रेस पसोपेश में, कैप्‍टन पर मजीठिया के खिलाफ एक्‍शन का दबाव

अरविंद केजरीवाल के माफीनामा से पंजाब आप में भूचाल के साथ कांग्रेस भी पसोपेश में है। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर अब बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई का दबाव है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 19 Mar 2018 09:28 AM (IST) Updated:Mon, 19 Mar 2018 11:11 AM (IST)
केजरीवाल के माफी से कांग्रेस पसोपेश में, कैप्‍टन पर मजीठिया के खिलाफ एक्‍शन का दबाव
केजरीवाल के माफी से कांग्रेस पसोपेश में, कैप्‍टन पर मजीठिया के खिलाफ एक्‍शन का दबाव

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शिअद महासचिव व पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से नशा तस्करी के आरोपों पर माफी मांगने से कांग्रेस भी पसोपेश में पड़ गई है। कांग्रेस में पहले से ही मजीठिया पर कार्रवाई करने को लेकर मांग उठ रही थी। माफी प्रकरण के बाद से कांग्रेस के नेताओं ने यह दबाव और बढ़ा दिया है। इससे मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर मजी‍ठिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाब बढ़ गया है।

नवजोत सिद्धू व प्रताप बाजवा कर चुके हैं कड़ी कार्रवाई की मांग

कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी परेशानी यह है कि चुनाव में उसने भी मजीठिया को ड्रग्स तस्कर के रूप में पेश किया था। पंजाब में कांग्रेस की सरकार बने एक साल हो गए हैं लेकिन वह अभी तक मजीठिया के विरुद्ध कोई कदम नहीं उठा सकी। कांग्रेस की चिंता यह भी है कि भले ही माफी प्रकरण के बाद आप बिखरी हुई नजर आ रही है लेकिन आप के पास अभी इस मामले पर हथियार बचे हुए हैं। वह कह सकती है कि केजरीवाल ने अपने बोझ को कम करने के लिए माफी मांगी, लेकिन सरकार ने एक साल में कोई कार्रवाई क्‍यों नहीं की।

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इससे कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पहले ही ईडी की जांच का हवाला देकर मुख्यमंत्री से मजीठिया के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कर चुके हैं। मुख्यमंत्री द्वारा पिछले माह ली गई बैठक में भी यह बात उठी थी कि सरकार मजीठिया पर कार्रवाई नहीं कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा भी सरकार की परेशानी लगातार बढ़ा रहे हैं क्योंकि उन्होंने भी मजीठिया के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग रख दी है।

बाजवा शुरू से ही कैप्टन सरकार को घेरते रहे हैं। केजरीवाल के माफी मांगने के बाद से कांग्र्रेस अपने आप को असहज पा रही है। अब आप ने गेंद पूर्ण रूप से कांग्रेस के पाले में डाल दी है। अगर कांग्रेस सरकार मजीठिया को लेकर कोई कदम नहीं उठाती है तो भी आप के पास खेलने के लिए काफी बड़ा मैदान पड़ा है। पार्टी के अंदर से उठ रही मांग को भी वह नजरंदाज नहीं कर सकती है।

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यही कारण है कि कांग्रेस भी इस पूरे प्रकरण में रक्षात्मक होकर खेल रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मानहानि का बोझ घटाने के लिए केजरीवाल ने माफी मांगी वहीं, सुनील जाखड़ ने कहा था कि केजरीवाल को पंजाब के लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी। इससे कांग्रेस नेताआें के बीच पैदा पसोपेश की हालत उजागर हुई है। सिद्धू के आक्रामक तेवर भी सरकार के लिए परेशानी पैदा करने वाले हैं।

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