क्‍लोजर रिपोर्ट पर सवाल, बेअदबी मामले में सरकार दोबारा सीबीआइ जांच की तैयारी में

पंजाब सरकार बेअदबी मामले की फिर से सीबीआइ जांच करा सकती है। सरकार ने इस मामले में सीबीआइ के क्‍लोजर रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 18 Jul 2019 11:38 AM (IST) Updated:Thu, 18 Jul 2019 11:39 AM (IST)
क्‍लोजर रिपोर्ट पर सवाल, बेअदबी मामले में सरकार दोबारा सीबीआइ जांच की तैयारी में
क्‍लोजर रिपोर्ट पर सवाल, बेअदबी मामले में सरकार दोबारा सीबीआइ जांच की तैयारी में

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब सरकार श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं के मामले में सीबीआइ से दोबारा जांच करवा सकती है। गृह विभाग ने सीबीआइ से क्लोजर रिपोर्ट की कॉपी मांगी है। साथ ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा से कहा कि वह मामले की तह तक जाने के लिए सभी कानूनी पक्षों की जांच करें। सीबीआइ की ओर से मोहाली कोर्ट में सौंपी गई क्लोजर रिपोर्ट से कैप्टन सरकार सकते में है। उसने इस क्‍लोजर रिपोर्ट को लेकर कई सवाल उठाए हैं।

गृह विभाग ने मांगी क्लोजर रिपोर्ट की कॉपी, कैप्टन ने एडवोकेट जनरल से  कानूनी पक्ष जांचने के लिए कहा

पंजाब सरकार ने ही यह केस सीबीआइ को सौंपा था, इसलिए सरकार से चर्चा किए बिना क्लोजर रिपोर्ट देने से कैप्टन सरकार को राजनीतिक तौर पर नुकसान हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि सरकार सीबीआइ से रिपोर्ट की कॉपी मिलने के बाद दोबारा गंभीरता से जांच के लिए कह सकती है। बेअदबी के मामले में मुख्य आरोपित डेरा प्रेमी महिंदरपाल बिट्टू के कत्ल के बाद सीबीआइ ने जांच से हाथ खड़े कर दिए हैं। वहीं, शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी ने फैसला लिया है कि मामले की दोबारा जांच के लिए वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मामला उठाया जाएगा।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को आड़े हाथों लिया

उधर, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल द्वारा क्लोजर रिपोर्ट पर अदालत का दरवाजा खटखटाने के बयान पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें मगरमच्छ के आंसू न बहाने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने सुखबीर बादल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर चिंतित होने का बहाना करके लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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अमरिंदर ने कहा कि सुखबीर बादल बेअदबी की घटनाओं के समय राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री थे। सुखबीर ने इस मामले की जांच राज्य पुलिस से करवाने की बजाय बरगाड़ी कांड से संबंधित पहले तीन मामलों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के पास भेज दिया। उन्होंने कहा कि अब जब सीबीआइ ने अपनी जांच मुकम्मल करके केस बंद करने की रिपोर्ट दायर कर दी तो सुखबीर बादल बौखला गए हैं।  इस समूचे मामले में किसी न किसी स्तर पर साजि़श होने का संकेत मिलता है।

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कैप्टन ने कहा कि अकाली दल सीबीआइ की रिपोर्ट को चुनौती देने के फैसले को अदालत में कैसे स्पष्ट करेगा? सुखबीर यदि अब भी सीबीआइ. की क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देना चाहते हैं तो केंद्र में एनडीए सरकार से बात करें जिसमें अकाली दल भी हिस्सेदार है,।

हरसिमरत  सीबीआइ से क्लोजर रिपोर्ट वापस करवाएं: रंधावा
दूसरी ओर, पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि सुखबीर सिंह बादल कोर कमेटी की बजाय केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से सीबीआइ की क्लोजर रिपोर्ट वापस करवाने के लिए प्रयास करें।
अकाली दल द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मिलने के फ़ैसले पर उन्‍होंने कहा कि कहा कि बेहतर होगा कि वह गृह मंत्री को मिलने से पहले हरसिमरत कौर बादल को ही मिलकर अपील करें क्योंकि जिस केंद्रीय कैबिनेट में अमित शाह मंत्री हैं, उसी में हरमिसरत बादल भी हैं।

हरियाणा चुनाव के चलते सीबीआइ ने क्लोजर रिपोर्ट दी: बाजवा
उधर पंजाब के ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने सीबीआइ द्वारा क्लोजर रिपोर्ट देने के बारे में कहा कि हरियाणा में चुनाव हैं और डेरा प्रेमियों की वोटों की खातिर सीबीआइ से यह क्लोजर रिपोर्ट दिलवाई गई है।

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