सीएए के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित कर रहा विपक्ष: शिवराज

नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम ने आरोप लगाया है कि इस कानून के प्रति विपक्षी दल जनता में भ्रम फैला रहे हैं।

By Edited By: Publish:Wed, 25 Dec 2019 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 03:02 AM (IST)
सीएए के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित कर रहा विपक्ष: शिवराज
सीएए के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित कर रहा विपक्ष: शिवराज

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम ने आरोप लगाया है कि इस कानून के प्रति विपक्षी दल जनता में भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि हिंसा और उपद्रव के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस जिम्मेदार है। क्योंकि कांग्रेस की ओर से लोगों को उकसाया जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सेक्टर-33 के राजस्थान भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सोनिया गांधी की जमकर आलोचना की। कहा कि आज कांग्रेस की ओर से भले ही सीएए पर सवाल उठाए जाएं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस कानून को लेकर सदन में हुई चर्चा में सोनिया गांधी क्यों नहीं शामिल हुई। जाहिर है कांग्रेस और बाकी सभी विपक्ष दल अपने स्वार्थ के लिए लोगों में भम्र फैला रहे हैं। चौहान ने कहा कि असल में पीएम मोदी का मुकाबला विपक्ष सियासी मैदान में नहीं कर सका है, इसलिए वह लोगों को भड़काने की राजनीति कर रहा है। भम्र दूर करने के लिए भाजपा पांच जनवरी को देश भर में चलाएगी जन जागरण अभियान उन्होंने सरकार की ओर से भरोसा दिलाया कि यह कानून किसी भी मुस्लिम भाई के खिलाफ नहीं है। इसलिए भाजपा पांच जनवरी को पूरे देश में लोकल स्तर पर जनजागरण अभियान चलाएगी। इस अधिनियम के प्रति जो भ्रम फैल रहा है उसे दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अधिनियम से किसी की भी नागरिकता नहीं छीनी चाहिए जबकि यह तो नागरिकता देने वाला बिल है, लेकिन विपक्ष आग लगाने का काम कर रहा है। उन्होंने सोनिया गांधी से सवाल किया कि इस अधिनियम के पास होने के बाद जो देश में हिंसा की वारदातें हुई, तो उन्होंने ¨नदा क्यों नहीं की। सोनिया को नजर नहीं आ रही पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की पीड़ा उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक लोगों को धार्मिक प्रताड़ना सहनी पड़ रही है। लेकिन सोनिया गांधी को उन लोगों की तकलीफ नहीं दिखती है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में जब इस बिल पर चर्चा हो रही थी तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने इस पर एक शब्द भी नहीं बोला। उनका कहना है कि राहुल गांधी देश से ज्यादा विदेश में रहते हैं। जबकि अब राजघाट में परिवार साथ धरने पर बैठ गए। शांतिमार्च से पहले कमलनाथ को देना चाहिए इस्तीफा उन्होंने मध्यमप्रदेश के सीएम कमलनाथ पर भी हमला करते हुए कहा कि वह भी शांति मार्च निकाल रहे हैं। जबकि वह खुद संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देकर मार्च में भाग लेना चाहिए।

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