अब पंजाब मेें किसानों के नाम पर कोई अन्‍य नहीं बेच सकेगा फसल, मिलेगा आनलाइन जे फार्म

पंजाब में अब किसानों के नाम पर कोई दूसरा फसल नहीं बचे पाएगा। ऐसा किसानों को फसल बिक्री पर मिलने वाले जे फार्म के कारण होगा। राज्‍य में अब किसानों को फसल बचने के लिए आनलाइन जे फार्म मिलेगा। इसमेें संबंधित किसान के बारे में पूरी डिटेल हाेगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 09:12 AM (IST)
अब पंजाब मेें किसानों के नाम पर कोई अन्‍य नहीं बेच सकेगा फसल, मिलेगा आनलाइन जे फार्म
पंजाब में अब किसानों के नाम पर कोई दूसरा नहीं बेच सकेगा फसल। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़ , [इन्द्रप्रीत सिंह]। Punjab Farmers: अब पंजाब में किसानों के नाम पर कोई अन्‍य व्‍यक्ति फसल नहीं बचे सकेगा। राज्‍य में अब किसानों को अपनी सभी फसलों को बेचने के बाद आनलाइन जे.फार्म मिलेगा। यह कदम उठाने वाला पंजाब पहला राज्य बन गया है। हालांकि इसका सफल प्रयोग पिछले गेहूं के सीजन के दौरान हो चुका है लेकिन अब इसे धान और कपास की फसलों पर भी लागू किया जाएगा।

यह सुविधा देने वाला पहला राज्‍य बना पंजाब

अपनी फसल बेचते ही किसानों के मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा कि उन्होंने कितनी फसल बेची और कितने में बेची। फसल की क्वालिटी कैसी थी आदि। उसके मुताबिक उनके खातों में सीधा फसल की अदायगी हो जाएगी। फसलों को बेचने पर जे.फार्म उपलब्ध करवाने का सिस्टम पहले भी था लेकिन तब यह काम आढ़तियों के पास था। वहीं, किसानों की फसल को बेचकर उसे जे.फार्म दे देते थे और आढ़तियों के माध्यम से ही उन्हें अदायगी होती थी। इसमें अक्सर यह शिकायतें आ रही थीं कि दूसरे राज्यों से सस्ते दामों पर खरीदी गई फसल यहां के किसानों के नाम पर एमएसपी पर बेची जा रही है। पिछले साल 20 लाख टन से ज्यादा धान आने को भी इसी रूप में देखा जा रहा है।

मंडी बोर्ड के अधिकारी एचएस बराड़ ने बताया कि आठ लाख किसानों को गेहूं की फसल के दौरान 12 लाख जे.फार्म आनलाइन उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने बताया कि जे.फार्म को आनलाइन करने वाला पंजाब पहला राज्य बन गया है। अब उन्हें बैंकों से लोन आदि लेने जाते समय जे.फार्म लेकर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि उनके मोबाइल पर ही एक मैसेज पर यह उपलब्ध हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि मंडी बोर्ड के पास इस समय आठ लाख के लगभग किसानों के मोबाइल नंबर आदि उपलब्ध हैं जिस पर हम उन्हें उनके द्वारा बेची गई फसल का पूरा ब्यौरा उसी दिन उपलब्ध करवा देंगे जिस दिन उनकी फसल बिकेगी। इससे उनके खाते में कितने दिन बाद पैसे आए हैं, यह भी पता चल सकेगा।

उन्‍होंने बताया कि पहला प्रयोग हमने गेहूं के सीजन के दौरान किया था अब धान और कपास की फसलों पर भी इसका प्रयोग किया जाएगा और किसानों द्वारा बेची गई धान और कपास आदि का जे.फार्म उनके मोबाइल पर उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

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