राष्ट्रीय कन्या दिवस बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश

जागरण संवाददाता, चंडीगढ : राष्ट्रीय कन्या दिवस के मौके पर शहर भर के स्कूलों में कार्यक्रमा

By Edited By: Publish:Tue, 24 Jan 2017 05:19 PM (IST) Updated:Tue, 24 Jan 2017 05:19 PM (IST)
राष्ट्रीय कन्या दिवस बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश
राष्ट्रीय कन्या दिवस बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश

जागरण संवाददाता, चंडीगढ : राष्ट्रीय कन्या दिवस के मौके पर शहर भर के स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्कूलों में विभिन्न प्रकार की रैलियां व प्रतियोगिताएं करवाई गई, ताकि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश घर-घर तक पहुंच सके।

जीएचएस-34 में बताया बेटियों का महत्व

गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-34 में प्रार्थना सभा के दौरान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों के बीच पोस्टर मैकिंग व स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता कराई गई। भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बालिका बचाव के बारे में विचार पेश किए। स्कूल इंचार्ज सुनीता भास्कर ने कहा कि बेटी को बचाना बहुत ही जरूरी है, नहीं तो आने वाले समय में सृष्टि खत्म हो जाएगी। बेटी के होने से ही समाज में बेटी, बहन, पत्‍‌नी और मां जैसे रिश्ते हैं, नहीं तो यह रिश्ते होगें ही नहीं।

सेक्टर-18 स्कूल में निकाली रैली

गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-18 के विद्यार्थियों ने निजी स्वयंसेवी संस्था के साथ मिलकर रैली का आयोजन किया। इस मौके पर विद्यार्थियों के हाथों में विभिन्न प्रकार के पोस्टर थे, जो कि बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ का नारा दे रहे थे।

डीएवी स्कूल ने खुड्डा अली शेर की बेटियां लीं गोद

डीएवी मॉडल स्कूल सेक्टर-15 में राष्ट्रीय कन्या दिवस धूमधाम से मनाया गया। स्कूल प्रिंसिपल अनुजा शर्मा ने विद्यार्थियों के संग कार्यक्रम को मनाया। प्रिंसिपल अनुजा शर्मा ने बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर स्कूल ने खुड्डा अली शेर की कुछ लड़कियों को स्कूल ने गोद लिया और उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया। स्कूल प्रिंसिपल ने उन बेटियों को स्टेशनरी का सामान दिया।

बेटियों को बचाना भविष्य के लिए जरूरी

गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-33 में राष्ट्रीय कन्या दिवस के मौके पर एनएसएस वालंटियर ने नाटक का मंचन किया। नाटक में दिखाया गया कि किस प्रकार से गर्भ में ही बेटियों की हत्या कर देते हैं, लेकिन गर्भ में बेटी की हत्या के बाद कुछ सालों के बाद बिना बेटी के समाज हो जाएगा। इस पर भी प्रकाश डाला गया। स्कूल प्रिंसिपल इंद्रा बेनीपाल ने कहा कि बेटी को बचाना आज की लड़ाई है, क्योंकि यदि आज बेटी को बचाया नहीं गया तो आने वाले समय में समाज का अंत हो जाएगा।

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