पीयू सीनेट चुनाव के लिए तीन से चार महीने तक करना पड़ सकता है इंतजार

पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में तीन से चार महीने का समय लग सकता है। डॉ. सुमित सिंह श्योराण चंडीगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में तीन से चार महीने का

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 07:37 AM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 07:37 AM (IST)
पीयू सीनेट चुनाव के लिए तीन से चार महीने तक करना पड़ सकता है इंतजार
पीयू सीनेट चुनाव के लिए तीन से चार महीने तक करना पड़ सकता है इंतजार

डॉ. सुमित सिंह श्योराण , चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में तीन से चार महीने का समय लग सकता है। कोविड-19 महामारी से चंडीगढ़ और साथ लगते राज्यं में बिगड़ते हालात के बाद सीनेट के सभी चुनाव स्थगित होना तय है। पीयू सूत्रों के अनुसार तीन से 16 मई तक प्रस्तावित सात चुनाव क्षेत्र के मतदान भी स्थगित की नोटिफिकेशन जल्द जारी हो सकती है। पीयू प्रशासन इन चुनाव क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक होने का हवाला देकर फिलहाल चुनाव के लिए तैयार नहीं है। इस संबंध में पीयू प्रशासन की ओर से लीगल राय ली जा रही है और पीयू चांसलर ऑफिस से अनुमति मिलते ही अगले कुछ दिनों में चुनाव स्थगित करने की नोटिफिकेशन जारी कर देगी। पीयू सीनेट चुनाव को लेकर बीते कई महीनों से सीनेट और पीयू प्रशासन के बीच घमासान छिड़ा हुआ है। 26 अप्रैल को प्रस्तावित सीनेट फैकल्टी की छह सीटों के लिए प्रस्तावित चुनाव को भी दो दिन पहले कोरोना महामारी बढ़ने का हवाला देकर 19 मई के लिए स्थगित कर दिया गया। मौजूदा हालात को देखते हुए पीयू अधिकारी भी मान रहे हैं कि फिलहाल दो से तीन महीने तक चुनाव के आसार नहीं लग रहे। लेकिन पीयू प्रशासन अगर 5 जून तक चुनाव नहीं करवाता तो उसे चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने के लिए हाईकोर्ट से अनुमति लेनी होगी। हाईकोर्ट ने दो महीने में चुनाव कराने के निर्देश जारी किए हुए हैं।

कोरोना से कई राज्यों में हालात बहुत खराब

पीयू सीनेट चुनाव में कुछ चुनाव क्षेत्र के लिए मतदान केंद्र चंडीगढ़ के साथ ही पंजाब,हरियाणा सहित छ राज्यों में बनाए जाने हैं। दिल्ली के हालात बहुत खराब हैं, 3 मई तक दिल्ली में लॉकडाउन है। पंजाब और हरियाणा में भी स्थिति काफी खराब हो चुकी है। हरियाणा पहले ही मतदान करवाने से मना कर चुका है। हिमाचल प्रदेश सरकार से भी अनुमति नहीं मिली है।

उम्मीदवारों की महीनों की मेहनत पर फिर गया पानी

पीयू सीनेट चुनाव में सबसे कड़ा मुकाबला ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र की 15 सीटों के लिए होता है। ओपन कैटेगरी की इन सीटों के लिए उम्मीदवार छह महीने पहले से कैंपेनिग शुरू कर देते हैं। इस चुनाव में उम्मीदवारों का सबसे अधिक पैसा खर्च होता है। औसतन 5 से 10 लाख चुनावी बजट होता है। लेकिन दूसरी बार चुनाव स्थगित होने की उम्मीदों के बाद उम्मीदवारों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। सभी बीते कई महीनों से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनावी मैदान में खड़े उम्मीदवार ने कहा कि पीयू प्रशासन सीनेट चुनाव को लेकर मनमानी कर रहा है। हर बार चुनाव के लिए नए सिरे से तैयारी करनी पड़ती है। ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र से इस बार 43 उम्मीदवार मैदान में हैं।

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