डेरा सच्चा सौदा के बयान से बढ़ी सुखबीर बादल की परेशानी, जाखड़ बोले- पंथ से निष्कासित किया जाए

डेरा सच्चा सौदा के बयान से अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल की मुश्किलें बढ़ रही हैं। सुनील जाखड़ ने डेरे केे बयान के आधार पर सुखबीर को पंथ से निष्कासित करने की मांग की है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 04:38 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 05:05 PM (IST)
डेरा सच्चा सौदा के बयान से बढ़ी सुखबीर बादल की परेशानी, जाखड़ बोले- पंथ से निष्कासित किया जाए
डेरा सच्चा सौदा के बयान से बढ़ी सुखबीर बादल की परेशानी, जाखड़ बोले- पंथ से निष्कासित किया जाए

जेएनएन, चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा सिरसा का बयान अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल की परेशानी बढ़ाने लगा है। डेरेे कहा है कि कांग्रेस सरकार उन्हें इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि 2017 में उन्होंने अकाली दल का साथ दिया था। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि डेरे की स्वीकरोक्ति के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि सुखबीर बाद ने वोट के लिए डेरा प्रमुख के साथ समझौता किया था। ‘तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हे माफी दूंगा।’ जाखड़ ने कहा कि अकाल तख्त इस मामले को संज्ञान लेकर सुखबीर बादल को पंथ से निष्कासित करें।

जाखड़ ने कहा कि डेरे के वोट के लिए सुखबीर बादल ने पंथ की पीठ पर छूरा मारा है। डेरे के वोट के लिए डेरा प्रमुख को गुरु गोबिंद सिंह जी का स्वांग रचाने के मामले में अकाल तख्त से माफी दिलवाई गई। फिर एमएसजी 2 को रिलीज करवाया गया। सारा ड्रामा पंथ की पीठ में छूरा घोंंपते हुए वोट के लिए किया गया। इस मामले में अब शक की गुंजाइश ही नहीं रह जाती है। अत: अब पंथक जत्थेबंदियों को अकाल तख्त से यह मांग करनी चाहिए कि सुखबीर बादल को पंथ से निष्कासित किया जाए, क्योंकि अब साबित हो गया है कि सुखबीर ने ‘तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हे माफी दूंगा’ के लिए पूरा षडयंत्र रचा।

जाखड़ ने कहा कि अकाली दल दो धुरियों पर अपनी राजनीतिक जमीन को सींचती थी। पंथ और किसानी। पंथ के पीठ में सुखबीर बादल ने पहले ही छूरा मार दिया है और कृषि अध्यादेश का समर्थन करके किसानों को बर्बाद करने की नींव रख दी है।

वहीं, जाखड़ ने इस बात से इंकार किया कि वोट देने की खुन्नस डेरा प्रेमियों से निकाली जा रही है। उन्होंने कहा, एसआईटी की जांच सही दिशा में चल रही है। पुलिस के हाथ दोषियों के दामन तक पहुंच रहे हैंं। अगर इस मामले में कोई अड़ंगा डाल रहा है तो वह सीबीआई है। सीबीआई बादलों को राहत देने के लिए मामले को लटकाने की कोशिश कर रही है।

एक सवाल के जवाब में जाखड़ ने कहा कि बेअदबी ऐसा घाव है जोकि संभवत: भर नहीं सकता है। अत: यह कहना गलत है कि कांग्रेस सरकार जांच को लंबा खींच कर 2022 में इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, यह ऐसा घाव है जो 2022 में भी वैसा ही रहेगा और 2027 में भी वैसा ही रहेगा। संभवत: यह घाव कभी भर ही नहीं पाए। कानून अपना काम कर रहा है। दोषियों को सजा जरूर मिलेगी।

2022 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी डेरों या धार्मिक संस्थाओं का समर्थन नहीं लेगी? के संबंध में जाखड़ ने कहा, कांग्रेस पार्टी किसी से समर्थन नहीं मांगती है। अलबत्ता अगर कोई व्यक्ति विशेष किसी धार्मिक स्थल या डेरे से से जुड़ा हुआ है तो उस पर कोई रोक भी नहीं लगाती है। क्योंकि हमारे पास हरेक प्रकार के लोग आते है। कोई किसी के साथ भी जुड़ा हो सकता है। अलबत्ता पार्टी स्तर पर ऐसा नहीं होगा। 

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