कैंसर से उबर कर और मजबूत हुआ युवी : शबनम

विकास शर्मा, चंडीगढ़ कैंसर लाइलाज नहीं है। इसका इलाज हो सकता है, लेकिन यह तभी संभव है जब बीमारी शुरुआत में ही पकड़ में आ जाए। क्रिकेटर युवराज सिंह की मा शबनम सिंह ने व‌र्ल्ड कैंसर डे पर बताया कि कैसे युवराज सिंह ने इस गंभीर बीमारी पर जीत हासिल की। युवी की मा का कहना है कि कैंसर से लड़ने के बाद बेटे की जिंदगी में काफी बदलाव आया है। वह अब मानसिक रूप से पहले से भी अधिक मजबूत हुआ है। जिंदगी को लेकर उसकी सोच सकारात्मक हुई है। इस बीमारी से लड़ रहे लाखों लोगों के लिए वह एक तरह से प्रेरणा स्त्रोत बन गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Feb 2018 09:30 PM (IST) Updated:Sat, 03 Feb 2018 09:30 PM (IST)
कैंसर से उबर कर और मजबूत हुआ युवी : शबनम
कैंसर से उबर कर और मजबूत हुआ युवी : शबनम

- बीमारी के बाद युवी की जिंदगी में आए कई बदलाव, मा ने खोले राज

- आज पूरा परिवार यू वी कैन से जुड़कर लड़ रहा है कैंसर के खिलाफ लड़ाई

विकास शर्मा, चंडीगढ़

कैंसर लाइलाज नहीं है। इसका इलाज हो सकता है, लेकिन यह तभी संभव है जब बीमारी शुरुआत में ही पकड़ में आ जाए। क्रिकेटर युवराज सिंह की मा शबनम सिंह ने व‌र्ल्ड कैंसर डे पर बताया कि कैसे युवराज सिंह ने इस गंभीर बीमारी पर जीत हासिल की। युवी की मा का कहना है कि कैंसर से लड़ने के बाद बेटे की जिंदगी में काफी बदलाव आया है। वह अब मानसिक रूप से पहले से भी अधिक मजबूत हुआ है। जिंदगी को लेकर उसकी सोच सकारात्मक हुई है। इस बीमारी से लड़ रहे लाखों लोगों के लिए वह एक तरह से प्रेरणा स्त्रोत बन गया है।

शबनम सिंह ने बताया कि युवी के चेहरे पर हमेशा शरारती मुस्कान रहती थी, पर जैसे ही उसे कैंसर होने का पता चला, उसके चेहरे से मुस्कान गायब हो गई। डॉक्टर और मेरे सामने यही चुनौती थी कि युवी टूटे नहीं। कुछ काउंसलिंग के बाद युवी के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। इसके बाद वह मुस्कुराते हुए कहता था, अब कैंसर को भी मारूंगा। उसे खुद पर यकीन था और इसीलिए वह इससे उबर पाया।

इंडिया में भी बेहतर इलाज

शबनम ने बताया कि कैंसर का इलाज इंडिया में भी संभव है, लेकिन ज्यादातर लोगों को आखिरी स्टेज में इस बीमारी के बारे में पता चलता है। लोग कैंसर के बारे में जागरूक होंगे तो इस बीमारी से बच भी सकेंगे। इसलिए युवी की एनजीओ यू वी कैन लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करती है। युवी खुद देश भर में कैंसर से जुड़े जागरूकता अभियानों में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लेता है।

अब युवी और मेरी जिंदगी के मायने अलग हैं

कैंसर के बाद युवी की जिंदगी में कई बदलाव देखे हैं। वह अब बहुत गंभीर हो गया है, उसके जीने के अंदाज और व्यवहार में काफी बदलाव आया है। अब वह हर पल को जीना चाहता है। अब अगर कोई कहता है कि उसे कैंसर हुआ है तो युवी उसे काफी गंभीरता से लेता है उसकी हर संभव मदद भी करने की कोशिश करता है। यही वजह है कि आज हमारा पूरा परिवार यू वी कैन के माध्यम से कैंसर की लड़ाई में लोगों के साथ खड़ा है।

बॉक्स -

जागरूकता के लिए हर प्रयास जारी

शबनम ने बताया कि यू वी कैन से जुड़े कार्यकर्ता गावों में, स्कूलों में जाकर लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करते हैं। शनिवार को हमारे कार्यकर्ताओं ने नोएडा में लोगों को नुक्कड़ नाटक कर कैंसर के प्रति जागरूक किया। कैंसर का इलाज काफी महंगा है इसलिए हर रोज 60 से 70 लोग उन्हें मदद के लिए अप्रोच करते हैं, लेकिन अभी तक हम किसी मरीज की कोई आर्थिक मदद नहीं कर पाते हैं, भविष्य में हम मरीजों की आर्थिक मदद भी कर सकें, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

chat bot
आपका साथी