चंडीगढ़: मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति से AAP नाराज, प्रेम गर्ग बोले- BJP का लोकसभा चुनाव में PU जैसा हाल करेंगे

चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से नौ महीने की देरी से नौ मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति की गई है। इन मनोनीत पार्षदों में ज्यादा लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं। नॉमिनेटिड काउंसलर्स की नियुक्ति से चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी खुश नहीं है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 20 Oct 2022 09:53 AM (IST) Updated:Thu, 20 Oct 2022 09:53 AM (IST)
चंडीगढ़: मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति से AAP नाराज, प्रेम गर्ग बोले- BJP का लोकसभा चुनाव में PU जैसा हाल करेंगे
चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष प्रेम गर्ग। फाइल फोटो

आनलाइन डेस्क, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से नौ महीने की देरी से नौ मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति की गई है। इन मनोनीत पार्षदों में ज्यादा लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं। नॉमिनेटिड काउंसलर्स की नियुक्ति से चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी खुश नहीं है। क्योंकि इनमें 7 से 8 लोग भाजपा के हैं। 

मनोनीत पार्षदों में गीता चौहान, अनिल मसीह, आरएस बेदी, अमित जिंदल, उमेश घई, सतिंदर सिंह, डा. नरेश पांचाल, धर्मेंद्र सैनी और मोहिंदर कौर का नाम शामिल है। मनोनीत पार्षदों में डा. नरेश पांचाल और सतिंदर सिंह भाजपा के जिला प्रधान हैं। वहीं धर्मेंद्र सैनी भाजपा किसान मोर्चा से जुड़े हैं। गीता चौहान भाजपा एससी मोर्चा की सदस्य हैं। आरएस बेदी भाजपा मेडिकल प्रकोष्ठ से हैं। अमित जिंदल भाजपा माइनोरिटी मोर्चा और मोहिंदर कौर भाजपा की लाइब्रेरी सेल की को-कन्वीनर हैं।  

आप चंडीगढ़ के अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के रूप में भाजपा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति को दुर्भाग्यपूर्ण, अनैतिक, अवैध और लोकतंत्र की हत्या बताया है। प्रेम गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ की जनता लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को सबक सिखाएगी, जैसा कि हाल ही में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में सभी एबीवीपी उम्मीदवारों को हराया गया ठीक वैसा ही लोकसभा चुनाव में भी होगा।

बता दें कि पीयू स्टूडेंट काउंसिल चुनाव में इस बार आम आदमी पार्टी ने प्रेसिडेंट पद का चुनाव जीता है। आप की छात्र इकाई सीवाईएसएस के आयूष खटकड़ पीयू प्रेसिडेंट बने हैं। आप ने पहली बार पीयू चुनाव में प्रेसिडेंट पद पर उम्मीवार उतारा था और जीत भी दिलाई है। ऐसे में अब आप के हौसले बुलंद हैं।

उन्होंने कहा कि मनोनीत पार्षदों का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, इंजीनियरिंग, पर्यावरण आदि में विशेषज्ञता रखने वाले प्रतिष्ठित लोगों का चयन करना है, ताकि वे अपनी विशेषज्ञता सदन में ला सकें। लेकिन निश्चित रूप से सत्ताधारी दल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को नियुक्त नहीं करना है। इस तरह की हरकत चंडीगढ़ के मतदाताओं के जनादेश के खिलाफ है, जिन्होंने आम आदमी पार्टी को नगर निगम पर शासन करने के लिए वोट दिया था। पहले भाजपा ने छल से अपना मेयर बनाकर जनादेश को भंग कर दिया और अब बिना पात्रता वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को मनोनीत पार्षदों के रूप में मनोनीत कर दिया।

प्रेम गर्ग ने कहा कि आम आदमी पार्टी शहर के लोगों की आवाज को दबाने के अपने नापाक मंसूबों के लिए प्रशासक के पद का दुरुपयोग कर भाजपा के अनैतिक कदम का विरोध करती है।

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