चंडीगढ़ के स्कूल टीचर ने किया ऐसा काम कि स्वास्थ्य विभाग भी हुआ मुरीद, हेल्थ सेक्रेटरी बोले- वेलडन

चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल शिक्षक के प्रयास की हर चरफ चर्चा हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शिक्षके के काम की तारीफ कर रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव स्कूल शिक्षक के मुरीद हो चुके हैं और सराहना कर रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 02:55 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 02:55 PM (IST)
चंडीगढ़ के स्कूल टीचर ने किया ऐसा काम कि स्वास्थ्य विभाग भी हुआ मुरीद, हेल्थ सेक्रेटरी बोले- वेलडन
सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक दुष्यंत कुमार।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गुरुजी को सलाम.. चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल के शिक्षक के काम की तारीफ खूब हो रही है। हो भी क्यों ना? स्कूल टीचर जो काम कर रहे हैं वह वाकई में ही काबिले तारीफ है। शहर के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसान में कार्यरत शिक्षक दुष्यंत कुमार के काम के मुरीद चंडीगढ़ का स्वास्थ्य विभाग भी हो चुका है। चलिए आपको बताते हैं कि शिक्षक दुष्यंत ने ऐसा क्या काम किया जिस वजह से वह चर्चा में हैं।

सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक दुष्यंत कुमार इन दिनों लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं। गुरुजी दुष्यंत शहर में 15 से 18 साल तक के बच्चों कोविड वैक्सीनेशन को लेकर अभिभावकों को जागरूक करने में जुटे हैं। उन्होंने किशोरों के माता-पिता को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए बड़ा ही नायाब तरीका ढूंढा है। वह माइक और एक स्पीकर लेकर उसमें अनाउंसमेंट करते हुए गली गली घूमकर लोगों को किशोरों की वैक्सीनेशन के लिए अवेयर कर रहे हैं।

बता दें कि स्कूल टीचर के इस प्रयास की चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग भी मुरीद हो गए है। स्वास्थ्य सचिव ने खुद के ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि किशोरों के वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने का इस टीचर का प्रयास सराहनीय है। उल्लेखनीय है कि 15 से 18 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर के 26 सरकारी स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर तैयार किए थे। जिसमें शहर के 60 फीसद के करीब किशोर अब तक टीकाकरण करवा चुके हैं। 

चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिव ने ट्वीट कर शिक्षक की सराहना की है।

यह किया दुष्यंत कुमार ने प्रयास

दुष्यंत कुमार ने स्कूल में छुट्टियां होने के बावजूद स्कूल का माइक और स्पीकर लेकर कालोनियों में घूम रहे हैं। वह गांव करसान की हर गली में पहुंचकर लोगों से किशोरों का टीकाकरण करवाने की अपील की। दुष्यंत कुमार टीकाकरण के फायदे भी लोगों को बता रहे हैं। इसके अलावा कोरोना बचाव के लिए सभी को जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहिए।

टीकाकरण कराना सभी की जिम्मेदारी

करसान स्कूल प्रिंसिपल संगीता गुलाटी ने कहा कि किशोरों का टीकाकरण करना और करवाना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। जितनी जल्द टीकाकरण होगा उतनी ही जल्द हम इस महामारी को हरा पाएंगे। अभिभावकों को किशोरों का टीकाकरण करवाने के लिए आगे आने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें मोटिवेट किया जा रहा है। इसी सोच के साथ स्कूल टीचर दुष्यंत कुमार लोगों के बीच जा रहे हैं। स्कूल के 95 फीसद किशोर टीकाकरण करवा चुके है लेकिन जो बचे हैं उनसे अपील है कि वह भी जल्द वैक्सीन लगवाएं। 

93 हजार का होना है टीकाकरण

15 से 18 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण अभियान तीन जनवरी को शुरू हुआ था। इस अभियान में शहर के 93 हजार किशोरों का टीकाकरण होना था। 16 जनवरी तक 60 फीसद किशोर कोवैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं। विभागीय जानकारों की माने तो 15 से 18 वर्ष के किशोर नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र हैं। जब तक सभी किशोरों का 100 फीसद टीकाकरण नहीं होता तब तक स्कूल खोलने संभव नहीं है। जैसे ही वैक्सीन की दोनों डोज पूरी होंगी उसके बाद स्कूल खोलने पर विचार होगा।

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