पंजाब पुलिस को मिले 42 बुलेट प्रूफ वाहन, गैंगस्टरों की तोड़ेंगे कमर

पंजाब पुलिस को 42 बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध करवा दिए हैं। इनमें 24 बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर व 16 स्कॉर्पियो गाडिय़ां शामिल हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 03 Jul 2017 09:15 AM (IST) Updated:Mon, 03 Jul 2017 09:17 AM (IST)
पंजाब पुलिस को मिले 42 बुलेट प्रूफ वाहन, गैंगस्टरों की तोड़ेंगे कमर
पंजाब पुलिस को मिले 42 बुलेट प्रूफ वाहन, गैंगस्टरों की तोड़ेंगे कमर

चंडीगढ़ [मनोज त्रिपाठी]। पंजाब पुलिस ने गैंगस्टरों की कमर तोडऩे की पूरी तैयारी कर ली है। आतंकवाद के दौर में बेहद कामयाब रहे बुलेट प्रूफ ट्रैक्टरों को नए सिरे से मैदान में उतारा जा रहा है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में कार्रवाई करने में यह बेहद कारगर हैं। एक साल पहले पुलिस ने बुलेट प्रूफ वाहनों की मांग की थी।

कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही इसे स्वीकार करते हुए पुलिस को 42 बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध करवा दिए हैं। इनमें 24 बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर व 16 स्कॉर्पियो गाडिय़ां शामिल हैं। 47 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इन वाहनों से अब पुलिस गैंगस्टरों पर लगाम लगाएगी। गैंगस्टरों के साथ होने वाली क्रॉस फायरिंग में यह वाहन पुलिस की जान की सुरक्षा में मददगार सिद्ध होंगे।

जिलों को सप्लाई शुरू

पुलिस ने इस खेप को सभी जिलों में भेजना शुरू कर दिया है। सबसे पहले फाजिल्का व लुधियाना को ट्रैक्टर व स्कॉर्पियो गाडिय़ां भेजी गई हैं। इसके बाद अन्य जिलों में भेजा जा रहा है।

सबसे पहले गिल ने किया था इस्तेमाल

आतंकवाद के काले दौर में क्रॉस फायरिंग से होने वाली पुलिस मुलाजिमों की मौतों के बाद तत्कालीन डीजीपी केपीएस गिल ने सरकार से बुलेट प्रूफ वाहनों की मांग की थी। तब बुलेट प्रूफ एंबेसडर कारों के अलावा बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर भी उपलब्ध करवाए गए थे। उस समय यह मुठभेड़ में काफी सहायक सिद्ध हुए थे। होशियारपुर, पठानकोट व तरनतारन में कई आतंकियों को पुलिस ने इन्हीं ट्रैक्टरों की मदद से मौत की नींद सुलाया था। बाद में इनकी जरूरत नहीं पड़ी और 19 ट्रैक्टर कबाड़ में तब्दील हो गए।

सरहद पर बढ़ेगी चौकसी

पुलिस को मिले बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ के अलावा पंजाब की 441 किलोमीटर लंबी भारत-पाक सरहद पर सर्च करने में काफी सहायक सिद्ध होंगे। इनके जरिए सरहद पर पेट्रोलिंग आसान हो जाएगी। सरहद पर बनाई गईं बीएसएफ की पोस्टों के अलावा पंजाब पुलिस ने सरहद से करीब लगभग जिलों में नई पुलिस चौकियां खोली हैं। इन ट्रैक्टरों को यहां रखा जाएगा।

क्या है खासियत

-पूरी तरह बुलेट प्रूफ हैं।
-आगे व पीछे कैमरे लगे हैं।
-ट्रैक्टर को मोड़े बिना अंदर से पोजीशन चेंज कर की जा सकेगी जवाबी फायरिंग।
-फायरिंग के लिए विशेष प्रकार के होल बनाए गए हैं।
-जरूरत पडऩे पर छत को खोलकर भी फायरिंग की जा सकती है।
-विस्फोटक सुरंग (माइन) के फटने पर भी यह वाहन सुरक्षित रहेंगे।
-छह लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
-कीचड़, रेगिस्तान, जंगल, खड्डों व उबड़-खाबड़ रास्तों में भी कारगर।

इसलिए पड़ी जरूरत

-80 गैंग सक्रिय हैं पंजाब में इस समय।
-28 गैंग पुलिस के सीधे निशाने पर हैं।
-400 से ज्यादा गैंगस्टर सक्रिय हैं राज्य में।
-290 के करीब जेलों में बंद हैं।
-15 से ज्यादा गैंग वॉर हो चुकी हैं पिछले 3 माह में।
-25 से ज्यादा गैंगस्टर पकड़े गए हैं तीन माह में।
-जेलों में बंद गैंगस्टर मोबाइल के जरिए संपर्क में।
-आतंकियों के साथ गैंगस्टरों की साठगांठ की पुष्टि।
-2015-16 के बीच 92 गैंगस्टर पुलिस हिरासत से फरार हुए।

 

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