854 किसानों की सीधी बिजाई को मशीनों के लिए सब्सिडी मंजूर

इस बार प्रदेश में धान की डीएसआर (डायरेक्ट राइस सीड) ड्रिल से सीधी बिजाई होने जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 May 2020 12:14 AM (IST) Updated:Sat, 23 May 2020 12:14 AM (IST)
854 किसानों की सीधी बिजाई को मशीनों के लिए सब्सिडी मंजूर
854 किसानों की सीधी बिजाई को मशीनों के लिए सब्सिडी मंजूर

सुभाष चंद्र, बठिडा : कोरोना काल में श्रमिकों के अपने-अपने राज्य लौट जाने से उत्पन्न हुई उनकी कमी के कारण इस बार प्रदेश में धान की डीएसआर (डायरेक्ट राइस सीड) ड्रिल से सीधी बिजाई होने जा रही है। हालांकि कृषि विभाग की किसानों को अपने कुल रकबे में से मात्र 20 फीसद रकबे में ही बिजाई की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसके बावजूद जिले भर के 1020 किसानों ने मशीनों की खरीद पर जिला खेतीबाड़ी विभाग के पास सब्सिडी के लिए आवेदन किया। जबकि पिछले वर्ष मात्र 30 किसानों ने ही सब्सिडी के लिए आवेदन किया था। बता दें कि धान की सीधी बिजाई के प्रति किसानों को उत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने डीएसआर ड्रिल की खरीद पर सब्सिडी देने की घोषणा की हुई है। इसमें खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से पांच एकड़ तक के मालिक किसानों को 50 फीसद तथा इससे अधिक जमीन के मालिकों को 40 फीसद सब्सिडी दी जाती है। धान की सीधी बिजाई पर पानी की करीब 70 फीसद तक बचत होती है। जिले भर से कुल 1020 किसानों के आवेदन किए जिला खेतीबाड़ी अधिकारी डॉ. बहादर सिंह ने बताया जिले के कुल 1020 किसानों ने मशीन की खरीद पर सब्सिडी के लिए आवेदन किया था। जिसमें 854 किसानों के आवेदन मंजूर कर लिए गए हैं। अन्य किसानों के आवेदन भी विचाराधीन हैं। मंजूर किए केस विभाग के पास भेज दिए गए हैं। किसानों की सब्सिडी उनके खातों में पहुंच जाएगी। करीब 60 हजार हेक्टेयर में होगी धान की बिजाई जिले में खेती योग्य कुल 2.85 लाख हेक्टेयर रकबा है। जिसमें से 1.90 लाख हेक्टेयर में इस बार नरमा की बिजाई होने जा रही है। 17 हजार हेक्टेयर रकबा मक्की की फसल के नीचे लाया जा रहा है। करीब 3 हजार हेक्टेयर में ग्वार की फसल होगी। 14 हजार हेक्टेयर में बासमती की बिजाई को तरजीह दी जा रही है। जिले भर में इस बार केवल 61 हजार हेक्टेयर रकबे में ही धान की बुआई होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल करीब डेढ लाख हेक्टेयर में रकबे में किसानों ने धान लगाया था।

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