पुलिस की तमाम कोशिशाें के बाद भी हुआ सरबत खालसा, तलवंडी साबो में तनाव
पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद तलवंडी साबो में सरबत खालसा का आयोजन हुआ। पुलिस ने कई पंथक नेताअों काे हिरासत में ले लिया था और क्ष्ेात्र की नाकेबंदी कर दी थी।
जेएनएन, तलवंडी साबो (बठिंडा)। पंथक संगठनों द्वारा यहां आज सरबत खालसा का आयोजन किया गया। पुलिस द्वारा नाकेबंदी के कारण बहुत कम संख्या मेें लोग पहुंचे। सरबज खालसा में बादल परिवार का राजनीतिक बहिष्कार करने सहित कई निर्णय किए गए। सरबत खालसा में भाग लेने जा रहे सिमरनजीत सिंह मान और बलजीत सिंह दादूवाल सहित कई पंथक नेताआें को हिरासत में ले लिया गया। इसके विराेध में लोगों ने बठिंडा के खंडा चौक पर जाम लगा दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को घेर रखा है।
बेहद फीके आयोजन में बादल परिवार के राजनीतिक बहिष्कार का एलान
सरबत खालसा में मौजूद नेताओं ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल पर हमले किए। उन्होेंने दोनों नेताओं पर पंथ के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। इससे पहले प्रशासन द्वारा मंजूरी नहीं दिए जाने के बावजूद सरबत खालसा के लिए प्रस्तावित जगह पर सुबह सैकड़ाें संख्या में लोग पहुंच गए थे। आयोजन स्थल पर कई दिनों से चल रहे श्री अखंड पाठ का भोग डाला गया। आयोजन स्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी बना हुआ है।
सिमरनजीत सिंह मान और दादूवाल को हिरासत में लेने के खिलाफ जाम लगाते लोग।
पुलिस ने सरबत खालसा में जाने वालों को रोकने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस ने अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान व दादूवाल सहित कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। पूरा इलाका पुलिस छावनी बन गया है। पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ सिख संगठनों के लोगों ने बठिंडा के खंडा चौक में जाम लगा दिया है।
उनकी मांग है कि हिरासत में लिए गए नेताओं को तत्काल रिहा किया जाए। प्रदर्शनकारी खालिस्तान के नारे लगा रहे हैं। पुलिस ने सभी को घेर रखा है। उधर, कोटशमीर में सरबत खालसा के लिए जा रहे लोगों को पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया तो वे वहीं धरने पर बैठ गए।
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सरबत खालसा के लिए खेतों से हाेकर पहुंचे लोग।
इससे पहले पंथक संगठनों की ओर से प्रस्तावित सरबत खालसा के आयोजन के लिए आवेदन जिला प्रशासन ने बुधवार शाम निरस्त कर दिया था। इसके बाद पंथक संगठनों व प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई। पंथक नेताओं ने संकेत दिया था कि आयोजन स्थल पर शुरू अखंड पाठ के भोग वीरवार को डाले जाएंगे। लेकिन, इसके बावजूद वहां सरबत खालसा का आयोजन किया गया, हालांकि इसमें अहम पंथक नेता मौजूद नहीं थे और इस कारण यह फीका रहा।
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पंथक नेता भाई जसकरण सिंह काहन सिंह वाला ने प्रशासन के कदम सिख विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि पंथ का सरबत खालसा चल रहा है। डीसी घनश्याम थोरी ने कहा कि सरबत खालसा के आयोजन की मंजूरी संबंधी आवेदन को निरस्त कर दिया गया। यह कदम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया ।
पुलिस ने सरबत खालसा में जाने से रोका ताे लोग सड़क पर धरना देकर बैठ गए।
इससे पहले तलवंडी साबो के एसडीएम सुभाष चंद्र ने कहा था कि प्रशासन की पंथक संगठनों से बातचीत हुई। इसमें संगठनों ने सहमति दी है कि वे वीरवार को अखंड पाठ का भोग मर्यादा के अनुसार डालेंगे। इसके सिवाय कोई अन्य आयोजन नहीं होगा। तलवंडी साबो में नत रोड पर कस्बे से दो किलोमीटर दूर जमीन पर एक खेत में सरबत खालसा का आयोजन किया गया।
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