विदेश से लौटने वाले एनआरआइज से नहीं किया जा रहा अच्छा व्यवहार

गुरप्रेम लहरी बठिडा कोविड-19 के कारण विदेशों से लौटने वाले एनआरआईज व विदेशों में घूमने के लिए जाने वाले लोगों को ढेरों परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 08:18 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 06:07 AM (IST)
विदेश से लौटने वाले एनआरआइज से नहीं किया जा रहा अच्छा व्यवहार
विदेश से लौटने वाले एनआरआइज से नहीं किया जा रहा अच्छा व्यवहार

गुरप्रेम लहरी, बठिडा : कोविड-19 के कारण विदेशों से लौटने वाले एनआरआइज व विदेशों में घूमने के लिए जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विदेश से लौटने वाले लोगों का आरोप है कि प्रशासन उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहा है। उनके पासपोर्ट तक प्रशासन ने जब्त कर रखे हैं।

एनआरआइ कमल ने बताया कि वह कनाडा में शादी अटैंड करने गया था। लॉकडाउन के कारण फ्लाइट्स रद कर दी गईं। कनाडा सरकार ने उनकी बहुत अच्छे से संभाल की। उनको वर्क वीजा देने की भी पेशकश की गई लेकिन वह वहां नहीं रहना चाहते थे। इस लिए विशेष फ्लाइट्स में आम रेटों के मुकाबले डेढ़ गुना महंगी बुकिग करवाई। कनाडा सरकार ने फ्लाइट से पहले उनका तीन बार कोरोना टेस्ट किया। एयरलाइन ने एक विशेष बाउंड भरवाया। कनाडा में टेस्टिग के दौरान जो लोग पॉजिटिव आए उनके साथ भी बहुत अच्छे से ट्रीट किया गया। कोई भी उनसे दूर नहीं भागा। जब वह विशेष फ्लाइट से अमृतसर पहुंचा तो सब कुछ बदल गया। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही जिला प्रशासन द्वारा भेजे कर्मचारी मिले। उनका व्यवहार बहुत ही दुखद था।

सबसे पहले उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया। इसके बाद उनको एक टूटी-सी टैक्सी में बैठने के लिए कहा गया और आप एक अलग गाड़ी में बैठे। उन्होंने ड्राइवर से बात की तो ड्राइवर ने उनको बताया कि वह अब तक पांच एनआरआइज को ले जा चुका है। उसका किसी ने भी कोरोना टेस्ट नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह तो कनाडा से बिलकुल ठीक आया है लेकिन अगर ड्राइवर पॉजिटिव हुआ तो क्या करेंगे। प्रशासन के कर्मचारियों ने ड्राइवर को 55 सौ रुपये देने के लिए कहा,जबकि आम दिनों में 3000 रुपये में टैक्सी अमृतसर जाती है। कर्मचारी उनको होटल में छोड़ कर चले गए। उनका पासपोर्ट भी उनके पास ही है।

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मैं इसको चेक कराता हूं : डीसी

अगर किसी भी कर्मचारी ने विदेश से आने वाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया,तो यह बहुत ही गलत बात है। मैं इसका पता कराता हूं। कर्मचारियों को कोविड़-19 की हिदायतों का पालन करने की हिदायत तो जरूर की गई है कि वे अपना बचाव रखें और पूरी सावधानियां बरतें लेकिन किसी भी व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करने दिया जाएगा। -बी श्रीनिवासन,डीसी,बठिडा

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