सिविल अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लगेगी नई लिफ्ट

नवीनीकरण के तहत पुरानी ओपीडी बिल्डिंग में मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगाई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Dec 2019 11:50 PM (IST) Updated:Wed, 18 Dec 2019 06:09 AM (IST)
सिविल अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लगेगी नई लिफ्ट
सिविल अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लगेगी नई लिफ्ट

जासं, बठिडा : 4.38 करोड़ रुपये की लागत से बठिडा के शहीद भाई मनी सिंह सिविल अस्पताल के किए जा रहे नवीनीकरण के तहत पुरानी ओपीडी बिल्डिंग में मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगाई जा रही है। इसका फायदा सर्जिकल वार्ड, स्पेशल वार्ड व जरनल वार्ड के मरीजों को मिलेगा। लिफ्ट नहीं होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों को सीढि़यों या रैंप के माध्यम से ऊपर नीचे आना जाना पड़ता था, लेकिन अब जल्द ही लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। इतना ही नया आप्रेशन थिएटर भी अस्पताल की दूसरी मंजिल पर शिफ्ट किया जा रहा है, ऐसे में लिफ्ट का होना बेहद जरूरी था। इसके नई लिफ्ट लगाने के लिए मंगलवार को अस्पताल प्रबंधकों ने पुरानी इमरजेंसी वार्ड में लगी हुई पुरानी लिफ्ट को ढूंढा निकाला और उसकी जगह पर नई लिफ्ट लगाने की प्रकिया शुरू कर दी गई। हालांकि, अस्पताल प्रबंधकों को भी इस पुरानी लिफ्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ज्यादा तरह स्टाफ का कहना था कि बिल्डिंग में कोई लिफ्ट लगी हुई है, उन्हें भी जानकारी नहीं थी, लेकिन मंगलवार जब पुरानी बिल्डिग की रिपेयर करने के ग्राउंड फ्लोर पर बने आपरेशन थिऐटर के समीप बने रैंप के सामने दीवार को तोड़ा गया, तो पीछे काफी पुरानी लोहे की लिफ्ट दिखाई, जोकि लंबे समय से बंद पड़ी हुई थी। लिफ्ट मिलने के बाद मामले की जानकारी अस्पताल प्रबंधकों को दी गई। अस्पताल के एसएमओ डॉ. सतीश गोयल का कहना है कि पुरानी ओपीडी की बिल्डिग में कोई लिफ्ट लगी हुई थी, उन्हें भी कोई जानकारी नहीं थी, चूकि वह काफी पुरानी है। अब उसकी जगह पर नई लिफ्ट लगाई जाएगी, ताकि मरीजों को लाभ मिल सके।----------- गौरतब है कि वित्तमंत्री ने सिविल अस्पताल की रिपेयर के लिए करीब चार करोड़ रुपये का फंड जारी किया था, जिसके तहत अस्पताल की पुरानी इमरजेंसी वार्ड की रिपेयर पर 56.58 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है, ओपीडी ब्लाक पर 48 लाख रुपये खर्च होंगे। जिसमें ओपीडी ब्लाक के बाथरूम की रिपेयर करने, बिल्डिग को रंग रोगन करने के साथ लिफ्ट भी लगाई जाएगी। लाख जच्चा-बच्चा वार्ड की रिपेयर पर भी करीब 71.71 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। वार्ड के सभी दरवाजे एलमुनियम के लगेंगे। जबकि बाथरूम व फर्श के साथ इमारत की छत को रिपेयर किया जाएगा। वहीं इमारत की बिजली फिटिग खराब होने के साथ कई कमरों में पैनल तबदील किए जाएंगे। तीन दशक पुरानी अस्पताल की मॉर्चरी को तोड़कर नई बनाई जा रही है, जिसपर 56.58 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके तहत नई मॉर्चरी में बाडी स्टोरिग यूनिट, पोस्टमार्टम रूम, डाक्टर रूम, विजटर रूम व जरनल टायलट बनेगा। ग्राउंड फ्लोर पर बने आप्रेशन थिएटर को अस्पताल के दूसरी मंजिल स्थित मेडिकल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। इस पर 1.19 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अस्पताल में टूटी सड़कों, खराब लाइट, बंद सीवरेज और पार्किंग के निर्माण के लिए 57.94 लाख रुपए खर्च होंगे। सीवरेज-पानी की समस्या का हल करने के लिए 80 लाख रुपये खर्च किए जा रहे है।

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