सर्जन डॉ. मेला राम सहित आठ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने तोड़ा दम

सर्जन व समाजसेवी डॉ. मेला राम बांसल समेत आठ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 10:04 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 05:14 AM (IST)
सर्जन डॉ. मेला राम सहित आठ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने तोड़ा दम
सर्जन डॉ. मेला राम सहित आठ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने तोड़ा दम

जासं, बठिडा : बीते बुधवार रात नौ बजे से लेकर वीरवार दोपहर के दो बजे तक शहर के प्रसिद्ध सर्जन व समाजसेवी डॉ. मेला राम बांसल समेत आठ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ दिया है। 16 घंटों के भीतर केवल छह मरीजों ने इलाज के दौरान फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में आखिरी सांस ली, जबकि एक महिला मरीज ने बठिडा के डीडीआरसी सेंटर में भर्ती होने से पहले ही दम तोड़ दिया। दिल्ली के मेदांता अस्पताल में वेंटीलेंटर पर चल रहे डॉ. मेला राम ने बुधवार रात करीब 12 बजे बठिडा के सत्यम अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली, जोकि 93 साल के थे और पिछले दस दिनों से कोरोना पॉजिटिव थे। उनके संपर्क में आने के कारण उनका भी कोरोना पॉजिटिव है और उनका भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुधवार से लेकर वीरवार दोपहर तक कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले सभी मरीजों की उम्र 65 से लेकर 80 साल के बीच थी और इन सभी को पहले से कोई ना कोई बीमारी थी। शवों का समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी की टीम ने वीरवार देर शाम तक बठिडा में अंतिम संस्कार किया। बठिडा में यह पहली बार इतनी संख्या में कोरोना मरीजों की मौत हुई है। जिले में मृतक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 66 पर पहुंच गई है।

अच्छे डाक्टर के साथ एक अच्छे समाजसेवी भी थे स्वर्गीय डॉ. मेला राम शहर के प्रसिद्ध डॉक्टर व बांसल सर्जिकल एंड स्पेशिलिटी अस्पताल के प्रबंधक निर्देशक डॉ. मेला राम बांसल सबसे पुराने सर्जन थे। वहीं दूसरी तरफ से एक समाजसेवी भी थे। छह दशक से भी अधिक समय तक शहर के लोगों की सेवा की व इस दौरान आर्थिक पक्ष को कभी भी अहमियत नहीं दी व मरीजों का उपचार किया। यही कारण था कि उन्हें गरीबों का मसीहा भी कहा जाता था। उनके अंदर सीखने की काबलियत जिदगी भर थी यही कारण है कि आधुनिक युग में जब कंप्यूटर ने अपना प्रभुत्व जमाया तो डॉ. मेला राम की उम्र 86 के करीब थी। उन्होंने एक कंप्यूटर प्रोग्राम में हिस्सा लिया व पूरी लग्न से एक स्टूडेंट बनकर कंप्यूटर का शॉर्टटर्म कोर्स पूरा किया। वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल समेत विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के अलावा विभिन्न समाजसेवी संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वीरवार सुबह समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी, रोहित गर्ग, कमलजीत सिंह, गौतम शर्मा ने शव का अंतिम संस्कार किया गया।

बठिडा में विभिन्न स्थानों में 63 नए कोरोना मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें सर्वाधिक 8 मामले जीआर क्वारंटाइन सेंटर में मिले हैं, जबकि एम्स के एनसीसी लिमिटेड के 6, सेंट्रल जेल के 6, कैंट क्षेत्र में चार, भिसियाना एयरफोर्स के आसपास 3, नत्थ रोड एसबीएस नगर में एक कोरोना से संक्रमित व्यक्ति मिले हैं। इसके अलावा नार्थ एस्टेट में एक, बैनीवाला मानसा में एक, प्रोगमा अस्पताल स्ट्रीट नंबर 1 में एक, शक्ति नगर गली नंबर 3 में एक, सराभा नगर में दो, रामा मंडी में दो, घुद्दा में एक, बठिडा शहरी क्षेत्र में दो, गोनियाना मंडी में तीन, भारती माडल स्कूल रामपुरा के पास एक, पंचायत खर पति नत्त रोड में एक, डा. कालड़ा तलवंडी साबों में एक, होटल सनसिटी में एक, फास्ट-वे दफ्तर में दो, बसंत बिहार गली नंबर-6 में एक, आदेश अस्पताल में दो, सिरिया में एक, गीता भवन गली में एक, जौडकिया में एक, नतरोड एसबीएस नगर, संगत में एक, पीएमसी रामपुरा में एक, सिधाना भगता में एक, बुडा वाली गली में एक, सिविल स्टेशन एक, एमजीसी स्कूल में एक, आदर्श नगर गली नंबर 12 में एक, कमला नेहरु कालोनी में एक कोरोना केस मिला है।

2141 कोरोना को मात देकर लौटे घर

डीसी बी. श्रीनिवासन ने दावा जताया कि बुधवार तक 43800 सैंपल लिए गए है, जिनमें से कुल 3655 पॉजिटिव केस आए, इनमें से 2141 कोरोना पीडित मरीज ठीक होकर घर लौट गए है। मौजूदा समय जिले में कुल 984 केस एक्टिव हैं और 472 केस ओर जिलों में शिफ्ट हो चुके है।

एम्स में कोरोना मरीजों के लिए 20 बेड की व्यवस्था

एम्स बठिडा में लेबल-2 के मरीजों के लिए 20 बेड की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक वार्ड में मरीजों के इलाज व देखभाल के लिए माहिर डाक्टर व स्टाफ भी तैनात किए गए हैं। डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि मुख्य सरकार की ओर से एम्स अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज व सुविधाओं संबंधी अस्पताल प्रबंधन के साथ रिव्यू मीटिग की थी। उन्होंने कहा कि एम्स अस्पताल में कोविड टेस्ट करवाने के लिए लैब की सुविधा भी जल्द शुरू की जा रही है।

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