रमनीक ने मोबाइल फोन से दूर रह सुबह चार से रात दस बजे तक की पढ़ाई

ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइसेंस परीक्षा के सोमवार को घोषित हुए परिणाम में ब¨ठडा शहर के चार छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jun 2018 08:32 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jun 2018 08:32 PM (IST)
रमनीक ने मोबाइल फोन से दूर रह सुबह चार से रात दस बजे तक की पढ़ाई
रमनीक ने मोबाइल फोन से दूर रह सुबह चार से रात दस बजे तक की पढ़ाई

जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइसेंस परीक्षा के सोमवार को घोषित हुए परिणाम में ब¨ठडा शहर के चार छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी है। देश भर में द्वितीय रैंक हासिल करने वाली रमनीक कौर माहल के अलावा छात्र भरतेश गर्ग, माधवन गुप्ता और राहुल ने भी परीक्षा उत्तीर्ण की है। माधवन ने जहां देश में 86वां रैंक हासिल किया है, वहीं भरतेश गर्ग ने 348 तथा राहुल ने 600 रैंक हासिल किया है।

देश भर में द्वितीय रैंक हासिल करने वाली रमनीक कौर माहल मोबाइल नहीं रखती। वह कहती हैं कि कुछ पाना है तो आपको बलिदान देना ही पड़ेगा, मैं मोबाइल से दूर रहती हूं क्योंकि यह लक्ष्य से दूर रखता है। हां, कभी कभार घर पर कोई न्यूज देखनी हो तो कुछ समय के लिए इस्तेमाल किया है। वह भी अपने मम्मी-पापा के फोन पर ही। रमनीक ने दसवीं सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल से और प्लस टू रोज मैरी स्कूल से की है। प्लस टू में वह जिले में अव्वल रही है। इस परीक्षा की तैयारी के लिए उसने कड़ी मेहनत की है। सुबह चार बजे से लेकर रात के दस बजे तक पढ़ाई की है। उसने एनसीआरटी की बुक्स के अलावा आकाश सहित विभिन्न इंस्टीट्यूट्स की क्लास लगाई हैं। उसे नॉवल पढ़ने, गिटार बजाने और पे¨टग का शौक भी है पर एम्स की परीक्षा के दौरान उसने अपने शौकों को समय नहीं दिया। रमनीक के अनुसार परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा या किसी अन्य शहर में जाने की जरूरत नहीं है, अपने घर व माता-पिता के पास ही रहकर तैयारी करनी चाहिए। जितनी अच्छी तैयारी अपने घर व माता-पिता के पास रहकर हो सकती है, वह कहीं बाहर नहीं हो सकती।

माधवन नीट में कर चुका है टॉप

एम्स परीक्षा में 86वां रैंक हासिल करने वाले माधवन गुप्ता इससे पहले नीट की परीक्षा में देश भर में नौवां तथा पंजाब प्रदेश में अव्वल रैंक हासिल कर चुका है। उसने बताया कि उसने विभिन्न इंस्टीट्यूट से कक्षाएं ज्वाइन करके तैयारी की है। वह हृदय रोग विशेषज्ञ बनना चाहता है। इसी तरह ब¨ठडा के मिनोचा कॉलोनी निवासी ठेकेदार चरनजीत गर्ग उर्फ बंटी के बेटे भरतेश गर्ग ने इस परीक्षा में 348वां रैंक हासिल किया है। वह भी कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता है।

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