गुरु नानक देव थर्मल प्लांट की रिपेयर पर 14 वर्षों में खर्च किए थे 241.47 करोड़

गुरु नानक देव थर्मल प्लांट की रिपेयर पर 14 वर्षों में 241.47 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 11:01 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 11:01 PM (IST)
गुरु नानक देव थर्मल प्लांट की रिपेयर पर 14 वर्षों में खर्च किए थे 241.47 करोड़
गुरु नानक देव थर्मल प्लांट की रिपेयर पर 14 वर्षों में खर्च किए थे 241.47 करोड़

जागरण संवाददाता, बठिडा : गुरु नानक देव थर्मल प्लांट की रिपेयर पर 14 वर्षों में 241.47 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। आरटीआइ से मांगी गई जानकारी में इसका पता चला है। इस संबंध में बठिडा के आरटीआइ एक्टिविस्ट संजीव गोयल की ओर से जानकारी मांगी गई थी। इसमें यह बात निकल कर सामने आई। लेकिन थर्मल की वैधता की तारीख संबंधी रिकार्ड कार्यालय में उपलब्ध न होने की जानकारी दी गई। इसके लिए राज सूचना आयोग पंजाब चंडीगढ़ में केस फाइल किया जा रहा है।

थर्मल प्लांट का कुल एरिया 1799.83 एकड़ है। इसमें प्लांट एरिया, एरिया, ऐश डाइक एरिया, 3 झीलें व थर्मल कालोनी शामिल है। वहीं थर्मल प्लांट की कुल 4 चिमनियां हैं, जिसका कुल एरिया 25457.14 वर्ग मीटर है और प्रत्येक चिमनी की ऊंचाई 120 से 122 मीटर है। इसके अलावा 1 जनवरी 2018 से बठिडा का गुरु नानक देव थर्मल प्लांट बंद हो जाने के समय अधिकारियों की गिनती 61 व कर्मचारियों की गिनती 872 थी। जबकि थर्मल प्लांट के चारों यूनिट सितंबर 1974 से लेकर जनवरी 1979 तक शुरू किए गए थे। जिसको 1 जनवरी 2018 को इसे पक्के तौर पर बंद कर दिया गया। वहीं थर्मल प्लांट की रिपेयर पर खर्च की सूचना वर्ष 1990 से बाद की मांगी गई थी। मगर संबंधित लोक सूचना अ़फसर की तरफ से वर्ष 2003-04 से ही दी गई। शेष सूचना के लिये मानयोग राज सूचना कमीशन पंजाब चंडीगढ़ में केस फाइल किया जा रहा है।

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थर्मल प्लांट से बिजली का उत्पादन

बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट के चारों यूनिटों से थर्मल प्लांट के शुरू के समय 11034 = 440 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था व थर्मल प्लांट के बंद होने के समय 11032 12032 = 460 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। थर्मल प्लांट से उत्पन्न होने वाली बिजली की सप्लाई के लिए 220 केवी व 132 केवी सब स्टेशन से जुड़े हुए हैं। इसके तहत 220 केवी सप्लाई लहरा-1 व लहरा-2 के अलावा श्री मुक्तसर साहिब सर्किट-1, सर्किट-2 व बादल गांव को जाती है। इसी प्रकार 132 केवी सप्लाई एनएफएल, बल्लुआना, आईजीसी व बठिडा कैंट को जाती है। वहीं 66 केवी सप्लाई एमईएस-1 गोबिदपुरा, एमईएस-2, सी-कंपाउंड, मलोट रोड़ सर्किट-1 व सर्किट-2 को जाती है। जबकि 11 केवी सप्लाई कालोनी-1, कालोनी-2, सी-कंपाउंड, प्लांट-1 व प्लांट-2 को जाती है।

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अधिकारियों व कर्मचारियों की गिनती

गुरु नानक देव थर्मल प्लांट के बंद होने के समय अधिकारियों व कर्मचारियों की ग्रुप अनुसार कुल संख्या 933 है। जिसमें ग्रुप ए के 61, ग्रुप बी के 142, ग्रुप सी के 249 व ग्रुप डी के 481 अधिकारी व कर्मचारी हैं।

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थर्मल प्लांट की झीलें

थर्मल प्लांट की कुल 3 झीलें हैं। उनका कुल एरिया 177.09 एकड़ है। प्रत्येक झील का वाटर लेवल 17-18 फीट है। इन सभी झीलों में लगभग 340 करोड़ लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता है।

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थर्मल प्लांट का कुल लाभ

बठिडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट के शुरू के वर्ष व थर्मल प्लांट के बंद होने के वर्ष के कुल लाभ की सुचना मांगी गई थी। मगर लोक सूचना अफसर की तरफ से लिखा गया है कि कुल लाभ का रिकार्ड इस कार्यालय में नहीं रखा जाता। इसकी सूचना के लिए राज सूचना कमीशन पंजाब चंडीगढ़ में केस फाइल किया जा रहा है। जबकि थर्मल प्लांट के निर्माण की लागत लगभग 115 करोड़ रूपये आयी थी।

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14 वर्षों में ऐसे खर्च हुई राशि

वित्तीय वर्ष रिपेयर पर खर्च (लाखों में)

2003-04 1046.99

2004-05 853.36

2005-06 808.02

2006-07 1249.91

2007-08 1431.34

2008-09 1803.96

2009-10 2287.76

2010-11 1808.67

2011-12 1378.13

2012-13 1852.85

2013-14 2664.75

2014-15 2458.71

2015-16 2711.68

2016-17 1790.90

कुल 14 वर्ष 24147.03

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