हरिमंदिर साहिब के अजायबघर में 18 गदरी बाबाओं की तस्वीरें सुशोभित

।एसजीपीसी)की कार्यकारिणी कमेटी के फैसले के अनुसार श्री हरिमंदिर साहिब के केंद्रीय सिख अजायबघर में 18 सिख गदरी योद्धाओं की तस्वीरें सुशोभित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jan 2020 01:43 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jan 2020 01:43 AM (IST)
हरिमंदिर साहिब के अजायबघर में 18 गदरी बाबाओं की तस्वीरें सुशोभित
हरिमंदिर साहिब के अजायबघर में 18 गदरी बाबाओं की तस्वीरें सुशोभित

जागरण संवाददाता, अमृतसर

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की कार्यकारिणी कमेटी के फैसले के अनुसार श्री हरिमंदिर साहिब के केंद्रीय सिख अजायबघर में 18 सिख गदरी योद्धाओं की तस्वीरें सुशोभित की गई।

एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल , श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी गुरमिदर सिंह और ज्ञानी बलविदर सिंह समेत अलग-अलग अधिकारी भी मौजूद थे। ज्ञानी गुरमिदर सिंह ने एसजीपीसी की ओर से किए गए इस प्रयास की प्रशंसा की। इससे पहले श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागियों के जत्थे ने गुरबाणी कीर्तन गायन किया।

भाई गुरदास हाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल ने गदरी बाबाओं के परिवारों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कनाडा से 50 सदस्यों का एक जत्था भी पहुंचा था। एसजीपीसी प्रधान लोंगोवाल ने कहा कि एसजीपीसी की ओर से गदरी बाबाओं व बब्बर अकाली लहर का इतिहास एसजीपीसी की ओर से छपवा कर संगत तक पहुंचाया जाएगा। कहा कि गदरी योद्धाओं ने विदेश की धरती से देश के आजादी की लड़ाई लड़ी। कनाडा के अंदर नस्लीय भेदभाव के खिलाफ गदरी बाबाओं ने जोरदार आवाज उठाई इन्हीं के योगदान के कारण विदेशों में सिख उच्च मुकाम हासिल करने में कामयाब हुए।

एसजीपीसी के महसचिव हरजिदर सिंह धामी, कनाडा के एमपी सुख धालीवाल , गुरुद्वारा सिंह सभा सरी के अध्यक्ष बलबीर सिंह निज्जर, गदर मेमोरियल सोसायटी कनाडा के अध्यक्ष डॉ. गुरविदर सिंह धालीवाल , जत्थेदार महिदर सिंह , एसजीपीसी के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह ने भी संबोधित किया। कनाडा से आए प्रतिनिधियों को सिरोपे देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजिदर सिंह मेहता, गुरबख्श सिंह खालसा, हरजिदर सिंह धामी , मगविदर सिंह खापड़खेडी सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड, भगवंत सिंह सियालका, अजायब सिंह अभियासी, गुरप्रीत सिंह झब्बर , बावा सिंह गुमानपुरा, महिदर सिंह आहली, सुखदेव सिंह भूराकोहना, जसविदर सिंह दीनपुर , कुलविदर सिंह रमदास, गुरमीत सिंह बुट्टर, त्रिलोचन सिंह , रजिदर सिंह रूबी आदि मौजूद थे।

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