श्रीराम तीर्थ मंदिर में सामूहिक दुष्कर्म का मामला साजिश निकला, महंत को गद्दी से हटाने की थी कोशिश

महंत को गद्दी से उतारने के लिए घटिया षडयंत्र रचा गया। दो महिलाओं ने चार महंतों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। जांच में सच्चाई सामने आ गई।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 08:43 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 08:43 AM (IST)
श्रीराम तीर्थ मंदिर में सामूहिक दुष्कर्म का मामला साजिश निकला, महंत को गद्दी से हटाने की थी कोशिश
श्रीराम तीर्थ मंदिर में सामूहिक दुष्कर्म का मामला साजिश निकला, महंत को गद्दी से हटाने की थी कोशिश

जेएनएन, अजनाला [अमृतसर]। श्री राम तीर्थ मंदिर की सराय में महंतों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का मामला षड्यंत्र साबित हुआ। पुलिस जांच में सामने आया कि महंत प्रगट नाथ के सेवादार तीरथ सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर साजिश रची थी। दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद आरोपित द्वारा महिलाओं को दिए गए पांच लाख रुपयेे पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि षड्यंत्र रचने वाले तीरथ सिंह और जोगा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

एसएसपी ने बताया कि जांच के लिए उन्होंने एसपी अमनदीप कौर की अगुआई में एसआइटी गठित की थी। जांच में सामने आया कि महंत प्रगट नाथ का सेवादार तीरथ सिंह डेरा गुरु ज्ञान नाथ पर काबिज महंत गिरधारी नाथ, रविंद्र नाथ, नछत्तर नाथ और सूरज नाथ को वहां से बेइज्जत कर हटाना चाहता था। हालांकि महंत प्रगट नाथ का इस मामले से लेना-देना सामने नहीं आया।

तीरथ सिंह गुरदासपुर की दो महिलाओं (पीडि़त) को पहले से जानता था। आरोपित ने महिलाओं पर दबाव बनाया कि वह डेरा गुरु ज्ञान नाथ में जाएं और वहां बैठे उक्त चारों महंतों पर दुष्कर्म का आरोप लगा दें। हालांकि महिलाएं इसके लिए राजी नहीं हुई थी। इस पर तीरथ सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर महिलाओं के बच्चों का अपहरण कर लिया। बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर दोनों पर मंदिर जाने का दबाव बनाया गया। 18 मई को दोनों महिलाएं मंदिर पहुंचीं और उन्होंने दुष्कर्म की झूठी कहानी पुलिस को बता दी। अब पुलिस दुष्कर्म के मामले को खारिज करवाने की तैयारी कर रही है। मामले में महंत गिरधारी नाथ और महंत रवींद्र नाथ फतेहपुर जेल में बंद हैं।

पुलिस ने अपहृत बच्चों को किया बरामद

मामले का पर्दाफाश होते ही पुलिस ने महिलाओं के अपहृत बच्चों को बरामद कर लिया है। पुलिस ने कोहाली निवासी तीरथ सिंह, गोपाल सिंह, जोगा सिंह, तरसेम सिंह, विक्की, सुखविंदर सिंह व मेघनाथ के खिलाफ अपहरण, साजिश रचने के अलावा कई अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

मेडिकल में नहीं हुई थी दुष्कर्म की पुष्टि

सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस के कई सवालों के जवाब महिलाएं नहीं दे पा रही थीं। पुलिस के मुताबिक मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। पीडि़त महिलाएं जिन तारीखों में मंदिर आने का जिक्र कर रही थी, मोबाइल कॉल लोकेशन कुछ और ही बता रही थी।

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