'अंतरा' व 'छाया' से मिलेगा हम दो हमारे दो का सुख

अमृतसर : सिविल सर्जन डॉ. हरदीप ¨सह घई ने कहा कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नसबंदी व नलबंदी करवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Jul 2018 08:11 PM (IST) Updated:Tue, 17 Jul 2018 08:11 PM (IST)
'अंतरा' व 'छाया' से मिलेगा हम दो हमारे दो का सुख
'अंतरा' व 'छाया' से मिलेगा हम दो हमारे दो का सुख

जागरण संवाददाता, अमृतसर

सिविल सर्जन डॉ. हरदीप ¨सह घई ने कहा कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नसबंदी व नलबंदी करवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिले के सिविल अस्पताल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर व प्राइमरी हेल्थ सेंटरों में नसबंदी व नलबंदी के ऑपरेशन किए जाएंगे। जनसंख्या की रोकथाम के लिए नसबंदी एवं नलबंदी बहुत जरूरी है। डॉ. घई मंगलवार को विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष्य में सिविल अस्पताल में आयाजित वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉकों के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत एसएमओ का यह कर्तव्य है कि वे परिवार नियोजन के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं जनता तक पहुंचाएं। बच्चों में अंतर रखने का कारगर तरीका अंतरा नामक इंजेक्शन है। इससे तीन महीने तक अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है। सरकार द्वारा जारी यह इंजेक्शन बहुत ही प्रभावी है। इसके अलावा छाया गर्भ निरोधक गोली भी सुरक्षित है। नसबंदी, नलबंदी कॉपरटी, पीपीआइयूसीडी, ओरल पिल्स आदि परिवार नियोजन के बेहतरीन विकल्प हैं जो सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध करवाए जाते हैं। उन्होने कहा कि बढ़ती जनसंख्या देश की उन्नति में अवरोध के समान है। इससे परिवार भी अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं कर पाते। ऐसे में लोग परिवार नियोजन के तरीके अपनाएं।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. रा¨जदर अरोड़ा ने उपस्थित लोगों को परिवार नियोजन के विकल्पों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दो बच्चों से ही सुखी संसार बन सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के तत्काल बाद पीपीआइयूसीडी डिवाइज प्रत्यारोपित किया जाता है, जिससे दस साल तक अनचाहे गर्भ से मुक्ति मिल सकती है। इस मौके पर डॉ. चरणजीत ¨सह, डॉ. राजेश भगत, डिप्टी मास मीडिया अफसर अमरदीप ¨सह सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

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