गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चार सौवें प्रकाश पर्व को समर्पित समागम दोबारा होंगे शुरू

एसजीपीसी की कार्यकारिणी कमेटी ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चारसौवें वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमति समारोह की श्रृंखला दोबारा शुरू करने का फैसला किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 07:30 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 11:47 PM (IST)
गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चार सौवें प्रकाश पर्व को समर्पित समागम दोबारा होंगे शुरू
गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चार सौवें प्रकाश पर्व को समर्पित समागम दोबारा होंगे शुरू

जागरण संवाददाता, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की कार्यकारिणी कमेटी ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चार सौवें वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमति समारोह की श्रृंखला दोबारा शुरू करने का फैसला किया है। पंजाब व देश के अन्य प्रदेशों में अलग-अलग जगहों पर समारोह आयोजित किए जाएंगे। मुख्य समारोह बड़े स्तर पर होगा। यह जानकारी प्रधान बीबी जगीर कौर ने दी।

उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी कमेटी ने गांवों के उन ग्रंथियों को दो हजार रुपये मासिक सहायता देने का भी फैसला किया है जो श्री अकाल तख्त साहिब की रहित मर्यादा को समर्पित हैं। कार्यकारिणी कमेटी ने नौवें पातशाह के चारसौवें वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित एसजीपीसी के प्रबंध में अलग-अलग एतिहासिक गुरुद्वारा साहिबों में दवा स्टोर व टेस्ट के लिए लैब खोलने का फैसला किया है। पहले श्री दरबार साहिब में इस संबंध में फैसला किया गया था, जिसकी तैयारी चल रही है। इसके विस्तार में अब अलग अलग गुरुद्वारों में यह स्टोर व लैब खोली जाएगी।

इस मौके पर सुरजीत सिंह भिट्टेवडड, बूटा सिंह, भगवंत सिंह सियालका एडवोकेट, हरजिदर सिंह धामी, नवतेज सिंह, बलदेव सिंह, अजमेर सिंह, भुपिदंर सिंह चरणजीत सिंह, दर्शन सिंह, सुखदेव सिंह, प्रताप सिंह, सुखमिदर सिंह, कुलविदर सिंह, बलविदर सिंह, सुलक्खन सिंह, मलकीत सिंह आदि मौजूद थे। 400 बच्चियों को मुफ्त पढ़ाया जाएगा

बीबी जागीर कौर ने कहा कि एसजीपीसी की ओर से श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो में माता साहिब कौर कालेज में अब 400 अमृतधारी बच्चियों को मुफ्त पढ़ाने का फैसला किया गया है। इनके रहने व खाने का प्रबंध भी एसजीपीसी करेगी। एसजीपीसी के इंजीनियरिग कालेजों में दाखिल होने वाले विद्यार्थियों को तीस हजार रुपये तक की छूट दी जाएगी। एसजीपीसी श्री दरबार साहिब में आने वाली संगत को रहने की सुविधा का विस्तार करने के लिए जल्द ही नई सराय का निर्माण करेगी। गुरु रामदास सराय में जून 1984 के घल्लूघारे में जान गंवाने वाले सिंहों की याद को संभालने के लिए सराय में उनके नाम लिखे जाएंगे व तस्वीर लगाई जाएगी। दरबार साहिब के बाहर मिले ढांचे की जांच के लिए टीम पहुंची

बीबी जगीर कौर ने बताया कि दरबार साहिब के बाहर तैयार किए जा रहे जोड़ा घर व व्हीकल स्टैंड की खोदाई के दौरान मिले इमारती ढांचे की जांच के लिए पुरातत्व विभाग की टीम पहुंच गई है। यदि इसका संबंध सिख इतिहास से जुड़ता हुआ मिला तो इसे संभाला जाएगा। कार्यकारिणी कमेटी ने पूर्व जत्थेदार ज्ञानी जोगिदर सिंह वेदांती, पूर्व हेड ग्रंथी ज्ञानी भगवान सिंह व पूर्व उप प्रधान दलीप सिंह मल्लूनंगल की तस्वीर केंद्रीय सिख अजायब घर में लगाने की अनुमति दी। इसके साथ-साथ श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व हेड ग्रंथी ज्ञानी मोहन सिंह की ओर से अपना मकान दरबार साहिब के नाम दान देने पर धन्यवाद का प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं कार्यकारिणी कमेटी ने सिख विद्वान डा. जोध सिंह व उड़न सिख मिल्खा सिंह के निधन पर उनको श्रद्धांजलि भेंट की।

जगीर कौर ने कहा कि एनसीईआरटी की ओर से विभिन्न कक्षाओं के लिए तैयार की जाने वाली सिलेबस की किताबों में प्रमाणिक इतिहास शामिल करवाने के लिए एसजीपीसी की ओर से खरड़ा भेजा गया है। उन्होंने कहा कि बीते समय देश के प्रधानमंत्री नरिदर मोदी के साथ आन लाइन मीटिग के समय उनको सिलेबस की किताबों में इतिहास में छेड़छाड़ करके पेश करने का मामला उठाया गया था। वहीं प्रमाणिक इतिहास को शामिल करवाने के लिए कमेटी गठित करने के लिए कहा था। इस संबंध में राज्यसभा कमेटी द्वारा सुझाव मांगे गए हैं, जिस पर कार्रवाई करते हुए एसजीपीसी ने सिख विद्वानों व संस्थाओं संग बैठक करके प्राथमिक तौर पर खरड़ा भेजा है। इसके संबंध में करीब पांच हजार ईमेल मिली हैं। बीबी जागीर कौर ने कहा कि आए सुझाव के अनुसार राज्यसभा कमेटी को दोबारा मुकम्मल करके भी जल्द ही भेजी जाएगी।

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