जब से कोरोना ने दी है दस्तक, तब से कारोबार हो चुका ठप, खर्च बढ़ रहे, आमदनी जीरो

शास्त्री मार्केट में कभी करोड़ों रुपये का कारोबार होता था। यहां ज्यादातर दुकानें कपड़ों की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 12:12 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 12:12 PM (IST)
जब से कोरोना ने दी है दस्तक, तब से कारोबार  हो चुका ठप, खर्च बढ़ रहे, आमदनी जीरो
जब से कोरोना ने दी है दस्तक, तब से कारोबार हो चुका ठप, खर्च बढ़ रहे, आमदनी जीरो

कमल कोहली/अमनदीप, अमृतसर: शास्त्री मार्केट में कभी करोड़ों रुपये का कारोबार होता था। यहां ज्यादातर दुकानें कपड़ों की है। जब से कोरोना आया है तब से बाजार में बहुत मंदी है और कारोबार रफ्तार नहीं पकड़ रहा है। पिछले काफी समय से मार्केट मंदी के दौर में गुजर रही है। बाहर से कोई ग्राहक नहीं आ रहा है। टूरिस्ट की कमी होने के कारण भी कार्य प्रभावित है। सरकार की ओर से किसी तरह की सुविधा न मिलने के कारण कई दुकानदारों ने अपने कर्मचारियों को भी नौकरी से मजबूरन निकाल दिया है। उनका कहना है कि आमदनी शून्य है और खर्चे बढ़ रहे हैं। ऐसे में गुजारा करना भी मुश्किल हो गया है। इस समय हर एक दुकानदार मंदी के दौर में गुजर रहा है। सभी कार्य प्रभावित हो गए है। दुकानों के खर्चे निकलना मुश्किल हो गया है। सरकार की ओर से कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। बिजली के बिलों व टैक्सों में भरमार पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी यह सभी बातें मंदी के दौर में लोगों को परेशान कर रही है।

विनोद चावला, दुकानदार दुकान खोलने का कोई फायदा नहीं है। ग्राहक बिल्कुल नहीं है। लोगों की परचेसिग पावर नाममात्र हो गई है। सरकार को भी व्यापारियों को सुविधा देनी चाहिए।

अनिल चौधरी, दुकानदार कोविड-19 के कारण इस समय समस्याएं काफी गंभीर होती जा रही है। दुकानदार बेकार होते जा रहे हैं। दुकानों में ग्राहक बिल्कुल नहीं आ रहा है। मंहगाई की मार भी पड़ रही है। ऐसी स्थिति में सरकार को दुकानदारों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए।

सुनील कुमार, दुकानदार कोविड-19 ने हर दुकानदार को प्रभावित किया है। सेल नाममात्र हो गई है। खर्चे निकालना मुश्किल हो गया है अब तो लगाई पूंजी में दुकानदार गुजारा कर रहा है। यदि ऐसी स्थिति रही तो लोग भुखमरी का शिकार हो सकते हैं। सरकार को दुकानदारों को विशेष सुविधाएं देनी चाहिए।

गुलशन चड्ढा, दुकानदार हर व्यापारी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। सरकार ने कोई सुविधा नहीं दी है। बिजली के बिल टाइम से आ रहे हैं। हर एक टैक्स समय अनुसार लिया जा रहा है। स्कूलों की फीस में राहत नहीं मिल रही है। मध्य वर्ग के लोग पिस रहे हैं।

सुनील धवन, दुकानदार सभी दुकानदार दुकानें खोलने आ जाते हैं। ग्राहक बाजार में बिल्कुल नहीं है। शाम को ऐसे ही लौट जाते हैं। सरकार को दुकानदारों को लिए विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए तथा बिजली तथा अन्य करों में माफी होनी चाहिए।

-राहुल कुमार, दुकानदार कोविड-19 ने लोगों को बेकारी के आलम में धकेल दिया है। ऐसी स्थिति में व्यापार करना मुश्किल हो गया है। दुकान पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी हटाया जा रहा है। क्योंकि खर्चे ना निकलने से वह खुद अपना गुजारा नहीं कर सकते। सरकार मदद करे।

अमीरचंद, दुकानदार रोटी कैसे खाएं। आमदन खत्म होती जा रही है। बेकार ही दुकान पर बैठना पड़ता है। ग्राहक बिल्कुल नहीं है। अब खर्चे कैसे करें। यह तो भगवान ही जाने। सरकार को चाहिए कि दुकानदारों को राहत दे।

रमेश कुमार, दुकानदार कोविड-19 ने लोगों की कमर तोड़ दी है। कमाई के साधन बिल्कुल बंद हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में घर का गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है। सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं की जा रही है।

राजेश खन्ना, दुकानदार इस समय सिर्फ मध्यवर्गीय लोग ही पिस रहे हैं, जो रोज जीविका कमाने के लिए जद्दोजहद करते हैं। उनकी आमदनी बिल्कुल समाप्त हो चुकी है। दुकान के खर्चे निकलना मुश्किल हो गया है। सीजन वाली आइटम का व्यापार बिल्कुल बंद हो गया है।

विशाल अबरोल, दुकानदार

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