दशहरा पर सोनिया गांधी बोलीं- शासक के जीवन में अहंकार का स्थान नहीं, राहुल ने कहा- होती है सत्‍य की जीत

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि विजयादशमी का सबसे बड़ा संदेश यह है कि शासन में लोग ही सर्वोपरि हैं और एक शासक की जिंदगी में अहंकार झूठ और वादाखिलाफी का कोई स्थान नहीं है। वहीं राहुल गांधी ने कहा विजय अंतत सत्य की ही होती है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 10:24 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 10:24 PM (IST)
दशहरा पर सोनिया गांधी बोलीं- शासक के जीवन में अहंकार का स्थान नहीं, राहुल ने कहा- होती है सत्‍य की जीत
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला...

नई दिल्ली, पीटीआइ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दशहरा पर्व की लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का सबसे बड़ा संदेश यह है कि शासन में लोग ही सर्वोपरि हैं और एक शासक की जिंदगी में अहंकार, झूठ और वादाखिलाफी का कोई स्थान नहीं है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मौके पर ट्वीट किया और कहा, विजय अंतत: सत्य की ही होती है। आप सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं।

रविवार को अपने संदेश में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि दशहरा अन्याय पर न्याय, झूठ पर सत्य और अहंकार पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। नौ दिन की पूजा के बाद यह किसी भी स्थिति में कर्तव्यों को पूरा करने का प्रण लेकर आता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे त्योहार के दौरान खुद को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखें और कोविड-19 के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने दशहरे के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को दशहरा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हमको बताता है कि अंत में विजय सत्य की ही होती है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में 'हैप्पी दशहरा' हैशटैग का भी इस्तेमाल किया।

एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीडीपी में गिरावट और नौकरियां जाने के मसले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। उन्‍होंने कहा था कि प्रधानमंत्री देश को सच्चाई से दूर भागना सिखा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि लाखों लोगों की आजीविका चली गई। इसके साथ ही उन्‍होंने एक खबर साझा की जिसमें कहा गया था कि सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के नुकसान की भरपाई होने में वर्षों लग सकते हैं।

chat bot
आपका साथी