आदित्य ठाकरे ने बताया, कैसे अलग है शिवसेना और भाजपा का 'हिंदुत्व'
युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे का तर्क है कि हिंदुत्व शिवसेना की विचारधाराओं में से एक है लेकिन यह भाजपा के हिंदुत्व से अलग है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश के चुनावों में एक अहम मुद्दा यानी हिंदुत्व का मुद्दा, जिसे हर राजनीतिक पार्टी भुनाती है। लेकिन क्या हिंदुत्व की भी दो अलग-अलग परिभाषा होती है? शायद ही इसे कोई समझ पाए, मगर शिवसेना ने कह दिया है कि हमारा हिंदुत्व भाजपा के हिंदुत्व से अलग है। एक पुस्तक में युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे का तर्क है कि हिंदुत्व शिवसेना की विचारधाराओं में से एक है, लेकिन यह भाजपा के हिंदुत्व से अलग है। ठाकरे ने यह बात छात्र-कार्यकर्ता गुरमेहर कौर द्वारा लिखित पुस्तक 'द यंग एंड द रेस्टलेस' में अपने साक्षात्कार में कही। बता दें कि इस पुस्तक में देश के युवा राजनेता जैसे उमर अब्दुल्ला, सचिन पायलट, आदित्य ठाकरे और शेहला राशिद के साक्षात्कार मौजूद है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि आमतौर पर, शिवसेना जैसी पार्टी को दक्षिणपंथी माना जाता है, इसलिए आपके पास हिंदुत्व है, जो निश्चित रूप से हमारी विचारधाराओं में से एक है। लेकिन यह भाजपा का हिंदुत्व नहीं है, यह उससे बहुत अलग है। उन्होंने कहा हम व्यावहारिक हैं और हम नाइटलाइफ़, इलेक्ट्रिक बसों और प्लास्टिक प्रदूषण जैसी चीजों के बारे में बात कर रहे हैं। आप जानते हैं, हम पूरी तरह से कुछ अलग कर रहे हैं। बता दें कि युवा सेना प्रमुख ठाकरे महाराष्ट्र में प्लास्टिक प्रतिबंध को लेकर आगे रहे हैं और मुंबई में 24x7 नाइटलाइफ़ को बंद कराने पर भी जोर दे रहे हैं।
गौरतलब है कि शिवसेना पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है और पहले कई बार खुद को भाजपा से अलग रख चुकी है। 'लिंचिंग' और लोगों को 'राष्ट्र-विरोधी कहने को लेकर शिवसेना खुद को अलग रख चुकी है और भाजपा से नाराजगी जता चुकी है। हालांकि आपको बता दें कि आदित्य ठाकरे से जब राजनीति में धर्म के नाम पर सवाल किया गया और पूछा गया कि भाजपा हर चुनाव से पहले हिंदू धर्म को खतरा बताती है? तो उसपर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सरकार को धर्म के बारे में चिंतित होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का काम शासन करना है। एक पार्टी के रूप में वे हमेशा धर्म के बारे में बोल सकते हैं, हम करते हैं, वे करते हैं, हर पार्टी करती है। मेरा मतलब है, हर पार्टी की एक विशेष विचारधारा होती है। मैं इसे वोट बैंक की राजनीति नहीं कहूंगा क्योंकि विचारधाराएं महत्वपूर्ण हैं।
पेंग्विन द्वारा प्रकाशित, 'द यंग एंड द रेस्टलेस पुस्तक की कीमत 299 रुपये है। इसमें बताया गया है कि क्या सही में युवा नेताओं की राजनीति केवल पुराने पार्टी नेताओं की नकल करती है या उनके पास अपने अलग विचार है, जुनून है और प्रतिनिधित्व करने की प्रेरणा है या नहीं।
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