Rajasthan Phone Tape Case: विधायक खरीद-फरोख्त से जुड़ी ऑडियो टेप FSL की जांच में सही पाई गई
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने के मामले में एसओजी ने ऑडियो टेप की एफएसएल जांच करवाई थी जो सही पाई गई है।
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने के प्रयासों की जांच कर रही स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की जांच लगातार आगे बढ़ रही है । एसओजी ने कथित रूप से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत,विधायक भंवरलाल शर्मा,विश्वेंद्र सिंह व पकड़े गए बिचौलिये संजय जैन की बातचीत के ऑडियो टेप की एफएसएल जांच करवाई थी, जो सही पाई गई है और इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है।
एसओजी ने इस ऑडियो की जांच के लिए 28 जुलाई को एफएसएल में भेजा था,जिसकी रिपोर्ट अब आई है। वहीं एसओजी ने गजेंद्र सिंह शेखावत,विश्वेंद्र सिंह व भंवरलाल शर्मा की आवाज के सैंपल की जांच को लेकर जयपुर जिला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रार्थना-पत्र पेश किया है।
तीनों की आवाज के सैंपल लेने जरूरी
एसओजी अधिकारियों ने कोर्ट में कहा कि जांच को गति देकर पूरी करने के लिए इन तीनों की आवाज के सैंपल लेने जरूरी है। एसओजी की की तरफ से कोर्ट में कहा गया कि तीनों को नोटिस भेजे जा चुके हैं,लेकिन ये आ नहीं रहे,इसलिए कोर्ट इन्हे आवाज का सैंपल देने के लिए निर्देशित करे।
संजय जैन ने आवाज का सैंपल देने से मना कर दिया
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कोर्ट में संजय जैन ने आवाज का सैंपल देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह राजनीतिक मामला है और मुझे जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है।आवाज के नमूने का गलत प्रयोग कर मुझे फंसाया जा सकता है।
आरोपित सैंपल देने के लिए बाध्य नहीं
दरअसल,एसओजी की जांच के घेरे में आए राजनेता व अन्य लोग आवाज का सैंपल देने से इन्कार इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट पूर्व में यह कह चुका है कि कोर्ट इस बारे में आदेश दे सकता है, लेकिन आरोपित सैंपल देने के लिए बाध्य नहीं है ।
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