महंगाई को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, कहा पीएम मोदी ने किए घरेलू बजट के 'टुकड़े-टुकड़े'

महंगाई पर मोदी सरकार को घेरने के लिए राहुल गांधी ने उसी टुकड़े-टुकड़े नारे का सहारा लिया जिसे भाजपा अपने विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल करती है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Tue, 14 Jan 2020 08:22 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 09:00 PM (IST)
महंगाई को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, कहा पीएम मोदी ने किए घरेलू बजट के 'टुकड़े-टुकड़े'
महंगाई को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, कहा पीएम मोदी ने किए घरेलू बजट के 'टुकड़े-टुकड़े'

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने आर्थिक सुस्ती के बीच महंगाई में भारी इजाफे को लेकर सरकार पर चौतरफा हमला बोल दिया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महंगाई को लेकर सरकार पर बेहद तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने देशवासियों के घेरलू बजट के 'टुकड़े-टुकड़े' कर दिए हैं। वहीं पार्टी ने महंगाई पर प्रधानमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग करते हुए कहा कि बेरोजगारी और महंगाई ही मोदी सरकार का देश को दिया अब तक का दो तोहफा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है।

महंगाई पर मोदी सरकार को घेरने के लिए राहुल गांधी ने उसी टुकड़े-टुकड़े नारे का सहारा लिया जिसे भाजपा अपने विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल करती है। उन्होंने महंगाई, जीडीपी की गिरावट और बेरोजगारी की हालत की तुलना आर्थिक आपातकाल से भी की। राहुल ने ट्वीट कर कहा 'कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती जीडीपी ने आर्थिक आपातकाल की स्थिति बना दी है। सब्जी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदाथरें की महंगाई ने गरीब के मुंह का निवाला छीन लिया है। मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं।'

आमलोगों की पहुंच से बाहर हो रहीं खाने पीने की चीजें: प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट के जरिये निशाना साधा। उन्होंने कहा 'सब्जियों, खाने-पीने की चीजों के दाम आमलोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। जब सब्जी, तेल, दाल और आटा महंगा हो जाएगा तो गरीब खाएगा क्या? उपर से मंदी की वजह से गरीब को काम भी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है।'

पहली बार चरम पर पहुंची महंगाई: कांग्रेस

वहीं, कांग्रेस की ओर से हमला बोलते हुए मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कहा कि 2012-13 के बाद महंगाई पहली बार इतनी चरम सीमा पर पहुंची है। तब पीएम मोदी ने 2013-14 में कहा था कि महंगाई वह डायन है जो हर रोज बढ़ती जाती है और इसीलिए अबकी बार महंगाई पर वार। मगर अब पीएम महंगाई पर चुप हैं। खुदरा महंगाई जुलाई 2019 में 3.15 फीसद से बढ़कर दिसंबर में दोगुनी से ज्यादा 7.35 फीसद हो गई है और जनवरी में यह आठ फीसद का आंकड़ा छू रही है। सब्जियों के दाम 60 फीसद और दालों के 15 प्रतिशत से अधिक बढ़ गए हैं। दूध, मीट और मछली के साथ मसालों के दाम में भी भारी में इजाफा हुआ है। प्याज 2014 में आठ रुपये किलो था जो आज 85 रुपये किलो से ज्यादा है। चावल, आटा, टमाटर, लहसून, सरसो तेल, रिफाइन आदि सबके दाम आसमान छू रहे हैं और महंगाई डायन ने गरीब व गृहणियों का बजट चौपट कर दिया है। इसीलिए कांग्रेस की मांग है कि पीएम सर्वदलीय बैठक बुलाकर विपक्षी दलों को 30 दिन के भीतर महंगाई कम करने का रोडमैप बताएं।

सुरजेवाला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ओर जहां महंगाई बढ़ रही है वहीं दूसरी तरफ भाजपा की आय में भी 1400 फीसद का इजाफा हुआ है। महंगाई के साथ बेरोजगारी पर आरबीआई के आंकड़ों के सहारे सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि 2019-20 में 16 लाख नौकरियां कम हो गई हैं। ताजा आंकड़े यह भी बता रहे कि इस साल करीब 50,000 सरकारी नौकरियां भी कम हो जाएंगी। सुरजेवाला ने कहा कि लोगों से जुड़े इन मु्ददों का हल निकालने का काम करने की बजाय सरकार का काम शासन करना नहीं विभाजन करना बन गया है।

chat bot
आपका साथी