HIGHLIGHTS Narendra Modi Speech: पीएम के भाषण की बड़ी बातें : दिवाली और छठ तक जारी रहेगी 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज देने की योजना
HIGHLIGHTS Narendra Modi Speech पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना जुलाई से लेकर नवंबर में भी लागू रहेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। HIGHLIGHTS Narendra Modi Speech : पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरेाना काल में छठी बार देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि मुफ्त अनाज देने की योजना अगले पांच महीनों तक जारी रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना जुलाई से लेकर नवंबर में भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार द्वारा इन पांच महीनों के लिए 80 करोड़ से ज्यादा भाइयों-बहनों को 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। साथ ही प्रत्येक परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा। आइये जानते हैं कि पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की प्रमुख बातें-
HIGHLIGHTS Narendra Modi Speech
अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी लड़ते-लड़ते अब हम अनलॉक-2 में प्रवेश कर रहे हैं। हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं, जहां सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार होते हैं। ऐसे में मेरी आप सभी से प्रार्थना है कि ऐसे समय में सभी लोग अपना ध्यान रखिए। उन्होंने कहा कि समय पर लिए गए फैसलों ने लाखों लोगों का जीवन बचाया है ,लेकिन हम यह भी देख रहे हैं कि जब से देश में अनलॉक हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक तौर पर लापरवाही बढ़ती जा रही है। पहले हम मास्क और शारीरिक दूरी, हाथ धोने को लेकर सतर्क थे, लेकिन आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना बहुत ही चिंता का कारण है।
नियमों का पालन नहीं करने वालों को रोकना, टोकना, समझाना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान गंभीरता से नियमों का पालन किया गया। अब देश की सभी संस्थाओं और देश के नागरिकों को उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। विशेषकर कंटेनमेंट जोन पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। जो लोग कोरेाना से बचाव के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें हमें रोकना, टोकना और समझाना भी होगा।
गांव का प्रधान हो या देश का पीएम, कोई नियमों से ऊपर नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि अभी आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वह सार्वजनिक स्थल पर मास्क पहने बिना गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए। ये 130 करोड़ देशवासियों के जीवन की रक्षा करने का अभियान है। भारत में गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।
सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई
पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। केंद्र, राज्य सरकारें, सिविल सोसाइटी सभी ने प्रयास किया कि हमारा कोई भी गरीब भाई-बहन भूखा न सोए। समय पर और संवेदनशीलता से फैसले से किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति अनेक गुना बढ़ जाती है इसलिए लॉकडाउन होते ही सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई।
इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। साथियों, बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपये जमा कराए गए। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ जमा हुए हैं। इसके साथ ही गांवों में श्रमिकों को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान तेज गति से शुरू कर दिया गया है। इस पर सरकार 50 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
फिर एक बार मैं आप सब से प्रार्थना करता हूँ, आपके लिए भी प्रार्थना करता हूँ, आपसे आग्रह भी करता हूँ , आप सभी स्वस्थ रहिए, दो गज की दूरी का पालन करते रहिए, गमछा , फेस कवर, मास्क ये हमेशा उपयोग कीजिये, कोई लापरवाही मत बरतिए: PM @PMOIndia @narendramodi https://t.co/YIFJqcwqif" rel="nofollow pic.twitter.com/wM8R50UjxS — varun sharma (@varunquotes) June 30, 2020
सरकार की योजना से दुनिया भर के लोग हैरान
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों एक और बड़ी बात है जिसने दुनिया को भी हैरान किया है कि कोरोना वायरस से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को तीन महीने का राशन यानी परिवार के हर सदस्य को पांच किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया। इसके अलावा प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो मुफ्त दाल भी दी गई। एक तरह से देखें तो अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को और यूरोपीय संघ की आबादी से 2 गुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।
गरीबों को राशन देने की योजना अगले पांच महीने जारी रहेगी
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान मुख्य तौर पर कृषि क्षेत्र में ज्यादा काम होता है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का माहौल बनने लगता है। 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है, सावन शुरू हो रहा है, फिर 15 अगस्त, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, बिहू, दशहरा, दीपावली, छठी मैया की पूजा है। त्योहारों का ये समय जरूरतें भी बढ़ाता है और खर्च भी बढ़ाता है।
इसे ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीपावली और छठ पूजा तक यानी नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाएगा। यानी 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना जुलाई से लेकर नवंबर में भी लागू रहेगी। सरकार द्वारा इन पांच महीनों के लिए 80 करोड़ से ज्यादा भाइयों-बहनों को 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। साथ ही प्रत्येक परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।
पूरे भारत के लिए लागू हो रही एक राशन कार्ड की व्यवस्था
पीएम मोदी ने आगे कहा कि साथियों, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीनों का खर्च भी जोड़ दें तो यह डेढ़ लाख करोड़ रुपये हो जाता है। पूरे भारत के लिए हमने एक सपना देखा है। कई राज्यों ने अच्छा काम किया है। अब पूरे भारत के लिए एक राशन कार्ड की व्यवस्था हो रही है। यानी वन नेशन, वन राशन कार्ड।
इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा जो रोजगार या दूसरे काम के लिए अपना गांव छोड़कर दूसरे राज्य या कहीं और जाते हैं। आज अगर गरीब, जरूरतमंद को सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय प्रमुख रूप से दो वर्गों को जाता है- पहला देश के किसान, दूसरा हमारे देश के ईमानदार करदाता। आपका परिश्रम आपका समर्पण की वजह से देश यह मदद कर पा रहा है। आपने देश का अन्न भंडार भरा है इसलिए आज श्रमिक, गरीब का चूल्हा जल रहा है। आपने ईमानदारी से अपना टैक्स भरा है इसलिए गरीब इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है। आज मैं किसानों और टैक्सपेयर्स को हृदय से नमन करता हूं।
गमछा, फेस कवर, मास्क का हमेशा उपयोग करिए
पीएम मोदी ने भाषण के अंत कहा कि साथियों, हम एहतियात बरतते हुए आर्थिक गतिविधि को और आगे बढ़ाएंगे। हम आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक करेंगे। हम सब लोकल के लिए वोकल होंगे। इसी संकल्प के साथ हम 130 करोड़ देशवासियों को मिल-जुलकर संकल्प के साथ काम भी करना है और आगे भी बढ़ना है। मैं फिर आप सबसे प्रार्थना करता हूं, आप सभी स्वस्थ रहिए, दो गज की दूरी का पालन करते रहिए। गमछा, फेस कवर, मास्क का हमेशा उपयोग करिए। कोई लापरवाही मत बरतिए। धन्यवाद।
पीएम मोदी का कोरोना के प्रसार के दौर में संबोधन
19 मार्च- जनता कर्फ्यू का एलान
24 मार्च- 21 दिन के लॉकडाउन का एलान
03 अप्रैल- लोगों से दीप जलाने की अपील
14 अप्रैल- लॉकडाउन-2 की घोषणा
12 मई - लॉकडाउन 4 का एलान
- चीन से तनाव और गलवन घाटी में सैनिकों के बलिदान के मद्देनजर भारत में चीनी उत्पादों के बायकॉट की मांग तेज गई है। पीएम बायकॉट की बात तो नहीं करेंगे मगर वह इशारों में जनता से 'आत्मनिर्भर' होने की अपील कर सकते हैं।
- देश के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी चीन के साथ जारी तनाव पर बात कर सकते हैं। वह साफ कर चुके हैं कि भारत किसी भी घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब देगा और इसके लिए सेना को खुली छूट दी गई है। उठाए गए कदमों के बारे में जारी कर सकते हैं। इसके अलावा, सरकार ने चीन की दादागिरी को कम करने के उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
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सोमवार को केंद्र ने 59 चीनी ऐप्स को बैन करने का जो फैसला किया है, पीएम मोदी उस पर बोल सकते हैं। पिछले रविवार को 'मन की बात' में भी प्रधानमंत्री ने सीमा पर जारी तनाव का जिक्र किया था।