अब आम जनता भी कर सकेगी उच्चतम न्यायालय का दीदार

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने न्यायपालिका के उच्च मानदंड बनाए रखने के लिए इन हाउस थिंक टैंक बनाया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 01 Nov 2018 10:56 PM (IST) Updated:Thu, 01 Nov 2018 10:56 PM (IST)
अब आम जनता भी कर सकेगी उच्चतम न्यायालय का दीदार
अब आम जनता भी कर सकेगी उच्चतम न्यायालय का दीदार

माला दीक्षित, नई दिल्ली। उच्च मानदंडों और दूरगामी परिणाम वाले बेहतरीन फैसलों के लिए देश और दुनिया में खास मुकाम रखने वाली भारत की शीर्ष अदालत के बारे में जानने की आम जनता में हमेशा से उत्सुकता रही है। लोग जानना और देखना चाहते हैं कि बड़े बड़े फैसले सुनाने वाला सुप्रीम कोर्ट कैसा है। न्याय के सर्वोच्च मंदिर की क्या खासियत है। उसका इतिहास क्या है, लेकिन अब लोगों की उत्सुकता मन में ही नहीं रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने लोगों के घूमने और देखने के लिए अपने दरवाजे खोल दिये हैं। अब देशी विदेशी सभी पर्यटक सुप्रीम कोर्ट घूम सकते हैं, उसके बारे में जान सकते हैं।

हर शनिवार 10 से एक बजे दोपहर तक कर सकते हैं सुप्रीम कोर्ट का भ्रमण

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने गुरुवार को आम जनता के देखने और घूमने की सुविधा देने वाले गाइडेड टूर योजना का शुभारंभ किया। हर शनिवार दो घंटे के लिए सुप्रीम कोर्ट लोगों के घूमने के लिए खुलेगा। आम जनता के लिए यह गाइडेड टूर निशुल्क होगा लेकिन इसके लिए पहले से आन लाइन बुकिंग करानी होगी।

न्यायिक क्षेत्र में कुछ खास करने का जज्बा रखने वाले मुख्य न्यायाधीश ने आम जनता के लिए सुप्रीम कोर्ट के गाइडेड टूर का शुभारंभ करते हुए कहा कि उनका मानना है कि सुप्रीम कोर्ट पब्लिक इंस्टिीट्यूशन है लोगों को बहुत सीमित ही सही लेकिन इसे देखने का मौका मिलना चाहिए।

ऐसे कर पाएंगे सुप्रीम कोर्ट का टूर

घोषित अवकाश के अलावा हर शनिवार सुबह 10 से 1 बजे तक सुप्रीम कोर्ट आम जनता के घूमने के लिए खुलेगा। कुछ नियम और शर्तो का पालन करने पर कोर्ट का गाइडेड टूर किया जा सकता है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं होगा, लेकिन पहले से सुप्रीम कोर्ट की साइट पर जाकर आनलाइन बुकिंग करानी होगी। एक बैच में 20 लोगों को डेढ़ घंटे के लिए कोर्ट का भ्रमण कराया जाएगा जिसमें कोर्ट का अधिकारी साथ रहेगा। एक दिन में कुल दो बैच ही भ्रमण कर पाएंगे।

कोर्ट भ्रमण को जाने वाले लोग कैमरा, मोबाइल या खानपान की चीज अपने साथ नहीं ले जा सकते। बुकिंग कराने वाले लोग भ्रमण के लिए तय समय से आधे घंटे पहले सुप्रीम कोर्ट जनसंपर्क अधिकारी के पास जाएंगे ताकि उन्हें भ्रमण कराया जा सके। इस टूर में लोग कोर्ट रूम, जजेस लाइब्रेरी और परिसर देखने के अलावा सुप्रीम कोर्ट म्यूजियम भी देखेंगे।

सुप्रीम कोर्ट में इन हाउस थिंकटैंक

इसके अलावा मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट की क्षमता, ढांचागत संसाधन और न्यायिक सुधार के साथ न्यायपालिका के उच्च मानदंड बनाए रखने के लिए इन हाउस थिंक टैंक बनाया है। सुप्रीम कोर्ट के सेंटर फार रिर्सच एंड प्लानिंग (सीआरपी) को नये रूप में तैयार किया गया है। यह न्यायिक क्षेत्र के विकास पर शोध करेगा। इसके साथ यह सुप्रीम कोर्ट के मुख्य फैसलों की आम जनता की समझ में आने वाली गैर तकनीकी भाषा की समरी भी तैयार करेगा। इसकी घोषणा करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि इससे न्यायिक सुधार, न्यायिक शिक्षा का उच्चीकरण और सुप्रीम कोर्ट ज्युरिसप्रूडेंस के विकास में मदद मिलेगी।

इस संस्था के सुझावों और कामों का आंकलन मुख्य न्यायाधीश स्वयं करेंगे और इसके सुझावों को न्यायपालिका में सुधार के लिए लागू किया जाएगा। हालांकि मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि ये दोनों ही चीजें फिलहाल प्रयोग के तौर पर शुरू हो रही हैे।

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