ईवीएम के इस्तेमाल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी गैर भाजपाई पार्टियां

तेदेपा आगामी चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की मांग कर रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग से पुरानी बैलेट पेपर प्रणाली अपनाने की मांग की है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 07:22 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 07:22 PM (IST)
ईवीएम के इस्तेमाल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी गैर भाजपाई पार्टियां
ईवीएम के इस्तेमाल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी गैर भाजपाई पार्टियां

अमरावती, प्रेट्र। कुछ गैर भाजपाई पार्टियों ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को यह जानकारी दी। तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) के नेताओं के साथ नियमित टेलीकान्फ्रेंस में नायडू ने कहा कि बुधवार रात शरद पवार के आवास पर 15 गैर भाजपाई पार्टियों की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया। टेलीकान्फ्रेंस पर तेदेपा की विज्ञप्ति में इस बारे में और कोई जानकारी नहीं दी गई है।

तेदेपा आगामी चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की मांग कर रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग से पुरानी बैलेट पेपर प्रणाली अपनाने की मांग की है। कुछ दिनों पहले अमरावती के दौरे पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा था कि अधिकांश पार्टियों ने ईवीएम में भरोसा जताया है। कुछ अपने निहित स्वार्थ के कारण ईवीएम को मुद्दा बना रहे हैं।

नायडू ने अपनी पार्टी पदाधिकारियों से कहा है कि विपक्षी पार्टियों ने चुनाव पूर्व गठबंधन बनाने और साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर काम करने का फैसला लिया है। विज्ञप्ति में तेदेपा प्रमुख के हवाले से कहा गया है, 'देश भर में नरेंद्र मोदी शासन के प्रति असंतोष है। अक्षम लोगों के हाथों में लोकतंत्र खतरे में है। राष्ट्रीय पार्टियों के साथ हमारी वार्ता सफल रही।'

तेदेपा प्रमुख ने यह साफ नहीं किया है कि आंध्र प्रदेश में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करेगी या नहीं। कांग्रेस इससे पहले घोषणा कर चुकी है कि मई में होने वाले लोकसभा और राज्य विधानसभा का चुनाव वह अपने दम पर लड़ेगी।

chat bot
आपका साथी