भाजपा शासन में किसी को नहीं बोलने की आजादी नहीं: CPI

तमिलनाडु में CPI सचिव आर मुथारासन ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि बीते पांच वर्षों में लोगों के पास बोलने की आजाद नहीं रही।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 06:12 PM (IST) Updated:Sat, 13 Apr 2019 06:12 PM (IST)
भाजपा शासन में किसी को नहीं बोलने की आजादी नहीं: CPI
भाजपा शासन में किसी को नहीं बोलने की आजादी नहीं: CPI

पुडुचेरी,पीटीआइ। तमिलनाडु में सीपीआई सचिव आर मुथारासन ने शनिवार को केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि बीते पांच वर्षों में लोगों के पास बोलने की आजादी नहीं रही। उन्होंने 18 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव में सेकुलर प्रोग्रेसिव अलायन्स के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को केवल एक सामान्य चुनाव के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। बल्कि इसे पार्टियों और उनकी विचारधाराओं के बीच एक 'राजनीतिक युद्ध' माना जाना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान देश की जनता से वादा किया था कि संकट में पड़े किसानों की मदद की जाएगी, युवाओं के लिए दो करोड़ रोजगार पैदा किए जाएंगे और कमजोर लोगों के सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे। लेकिन, मोदी ने कुछ भी नहीं किया था और उनका पांच साल का शासन विफल रहा।

वहीं उन्होंने कहा कि वे पुडुचेरी के लोगों को आश्वासन देते है कि अगर सेकुलर प्रोग्रेसिव अलायन्स केंद्र की सत्ता में आती है तो पुडुचेरी को अलग राज्य का दर्जा दिलाएंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने पीएम मोदी को अल्पसंख्यक विरोधी' बताया।

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