केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- निर्भया जैसे मामलों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाना आवश्यक

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सजा की दर को देखते हुए हमें एक कदम आगे जाने की जरूरत है..निर्भया के मामले में हम देख रहे हैं कि क्या हो रहा है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sun, 08 Mar 2020 08:31 AM (IST) Updated:Sun, 08 Mar 2020 08:31 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- निर्भया जैसे मामलों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाना आवश्यक
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- निर्भया जैसे मामलों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाना आवश्यक

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कहा कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में फांसी की सजा पाए दोषियों के मामले को लटकाने के लिए न्याय व्यवस्था का मजाक उड़ाते देख गुस्सा आता है। इसे रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'सजा की दर को देखते हुए हमें एक कदम आगे जाने की जरूरत है..निर्भया के मामले में हम देख रहे हैं कि क्या हो रहा है।'

वह यहां पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में महिलाओं पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ने इसका आयोजन किया था। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि आगे न्याय व्यवस्था का इस तरह से मजाक न उड़े इसके लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

निर्भया का मामला खत्म नहीं होने वाला। वह गृह मंत्रालय से अनुरोध करेंगी कि इन दोषियों की फांसी के बाद वह न्यायपालिका समेत सभी सरकारी घटकों के साथ बैठकर इस पर विचार करे कि इसको रोकने के लिए क्या किया जाए। ऐसी व्यवस्था बने कि एक बार सुबूत एकत्र कर लिए जाते हैं और अदालत फैसला सुना देती है तो कोई न्याय व्यवस्था का इस तरह से मजाक न बनाने पाए।

गौरतलब है कि निर्भया मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार फांसी को टालने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपना रहे हैं। निचली अदालत ने एक बार फिर डेथ वारंट जारी किया है, जिसके मुताबिक इन चारों को 20 मार्च को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी पर लटकाया जाना है। लेकिन मुकेश ने फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और दोबारा सुनवाई शुरू करने की मांग की है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि आगे न्याय व्यवस्था का इस तरह से मजाक न उड़े इसके लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

chat bot
आपका साथी