Coronavirus LockDown: कोरोना के खिलाफ जनवरी में ही सक्रिय हो गई थी मोदी सरकार: RSS

Coronavirus LockDown लोगों ने कोरोना योद्धाओं का ताली-थाली के साथ उत्साहवर्धन किया। जिसने एक बार फिर साबित किया कि नरेंद्र मोदी पर जनता का भरोसा कायम है।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 12:43 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 12:43 PM (IST)
Coronavirus LockDown: कोरोना के खिलाफ जनवरी में ही सक्रिय हो गई थी मोदी सरकार: RSS
Coronavirus LockDown: कोरोना के खिलाफ जनवरी में ही सक्रिय हो गई थी मोदी सरकार: RSS

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Coronavirus LockDown: वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को रोकने को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गंभीरता और तत्परता दिखाने के लिए सराहना की है। संघ का मानना है कि मोदी ने सही समय में इस मामले में हस्तक्षेप किया और उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने उचित कदम उठाए।

विश्व संवाद केंद्र कर्नाटक द्वारा जारी एक वीडियो में संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि सरकार ने जनवरी में ही इस पर गंभीरता दिखानी शुरू कर दी थी। मंत्रियों के समूह का गठन किया था। मार्च के पहले सप्ताह में हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू की और समाज के लिए भी बचाव के मानक तय किए। उनकी गतिविधियां तय कीं। खास बात कि इस दौरान प्रधानमंत्री ने जनता से सीधे संवाद बनाए रखा।

प्रधानमंत्री ने इस चुनौती से निपटने को लेकर सबसे बात की। विपक्ष के साथ ही चिकित्सकों, समाज के लोगों व शिक्षकों सबसे संवाद बनाए रखा।जनता ने भी प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से लिया। जनता कर्फ्यू अभूतपूर्वक तरीके से सफल हुआ। लोगों ने प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोरोना योद्धाओं का ताली-थाली के साथ उत्साहवर्धन किया। जिसने एक बार फिर साबित किया कि नरेंद्र मोदी पर जनता का भरोसा कायम है। यहीं नहीं राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी लगातार संपर्क बनाकर संघवाद को बढ़ावा देने का काम किया।

कोरोना संकट पर भारतीयों की प्रतिक्रिया नामक इस वीडियो में होसबले का सरकार का उत्साह बढ़ाने वाला यह बयान ऐसे समय में आया है जब मोदी सरकार 30 मई को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा करने जा रही है और कोरोना से निपटने को लेकर विपक्षी दलों के हमले झेल रही है।होसबले ने कहा कि आम तौर पर धारणा होती है कि नौकरशाह ठीक से काम नहीं करती है, लेकिन इस आपदा में ऊपर से लेकर नीचे तक पुलिस कर्मी, चिकित्सक व सफाई कर्मियों जिस मजबूती के साथ लोगों के लिए खड़े हुए वह वाकई में अद्भुत है। संघ समेत तमाम संगठन आगे आए और लोगों को भोजन के साथ कोरोना से लड़ने के साधन मुहैया कराया। सरकार और समाज में समन्वय का भाव दिखा। कोरोना के खिलाफ जंग में भारत एक राष्ट्र के रूप में दिखा। भारत के कोरोना से लड़ने के इस विशेष तरीके ने पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया है।

उन्होंने कहा कि शुरू में एन 95 मॉस्क, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट व वेंटिलेंटर की कमी थी, पर सरकार के प्रोत्साहन से इसका उत्पादन शुरू किया गया। अब यह भरपूर है। इन्हीं सब कारणों से भारत में मृत्यु दर सबसे कम है। हम इसे कम रखने में कामयाब रहे हैं।

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