महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच एनसीपी ने राजभवन को सौंपी विधायकों की सूची

जयंत पाटील ने बताया कि विधायकों की सूची में अजीत पवार का नाम भी शामिल है हालांकि उस पर अजीत पवार का हस्ताक्षर नहीं है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Sun, 24 Nov 2019 12:59 PM (IST) Updated:Sun, 24 Nov 2019 03:41 PM (IST)
महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच एनसीपी ने राजभवन को सौंपी विधायकों की सूची
महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच एनसीपी ने राजभवन को सौंपी विधायकों की सूची

 नई दिल्ली, एएनआई। महाराष्ट्र में जारी सियासी उलटफेर के बीच एनसीपी नेता जयंत पाटील ने एक बार फिर 51 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील 51 विधायकों के हस्ताक्षर की चिट्ठी लेकर राजभवन पहुंचे हैं। जयंत पाटील ने बताया कि विधायकों की सूची में अजीत पवार का नाम भी शामिल है, हालांकि उस पर अजीत पवार का हस्ताक्षर नहीं है। जयंत पाटील ने कहा कि वे अजित पवार से मुलाकात कर उनको मनाने की कोशिश करेंगे।

मिली जानकारी के मुताबित पवार परिवार की कोशिश किसी भी तरह अजीत पवार को मनाने की है ताकि उन्हें फिर गठबंधन खेमे में वापस बुलाया जाए। शरद पवार और सुप्रिया सुले ने अजीत पवार के भाई श्रीनिवास से बात की है। एनसीपी इस कोशिश में है कि अजीत पवार फडणवीस सरकार में उप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दें। जयंत पाटील ने भी इस बात की जानकारी दी कि वे खुद अजीत पवार से बात करने जा रहे हैं ताकि उन्हें मनाया जा सके।

Jayant Patil, NCP: I have presented him a letter about the meeting which took place yesterday of NCP legislative party. https://t.co/Ojg4XDlxLi" rel="nofollow pic.twitter.com/MYx6jPF8rx

— ANI (@ANI) November 24, 2019

बता दें कि एऩसीपी की शनिवार शाम को हुई बैठक में अजीत पवार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था। एनसीपी ने उनकी जगह पर प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को विधायक दल का नया नेता चुना है। पार्टी की आयोजित बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और वरिष्ठ नेताओं के साथ विधायक शामिल हुए। उन्हें विधायकों को व्हिप जारी करने के साथ ही अन्य अधिकार दिए गए थे, जो तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए।

वहीं अाज सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने याचिका दाखिल कर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के उस आदेश को रद्द करने की मांग की है, जिसमें उन्होंने सूबे में सरकार बनाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को आमंत्रित किया था। इस मामले पर जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने सुनवाई की। शीर्ष कोर्ट ने सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। अब इस मामले पर सोमवार सुबह 10.30 बजे सुनवाई होगी।

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