National Press Day 2019: वेंकैया नायडू का बयान; खबरों में अब विचारों का होता है मिश्रण

National Press Day 2019 उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने नेशनल प्रेस डे के मौके पर कहा कि अब खबरों में विचारों का मिश्रण होता है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 01:43 PM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 02:09 PM (IST)
National Press Day 2019: वेंकैया नायडू का बयान; खबरों में अब विचारों का होता है मिश्रण
National Press Day 2019: वेंकैया नायडू का बयान; खबरों में अब विचारों का होता है मिश्रण

नई दिल्ली, एएनआइ। National Press Day 2019: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मौजूदा पत्रकारिता को लेकर बयान दिया। उन्होंने नेशनल प्रेस डे के मौके पर एक कार्यक्रम में खबरों को लेकर अपने विचार रखे। मीडिया में चलने वाली खबरों को लेकर उन्होंने कहा कि पहले के मुकाबले अब खबरों में विचारों का मिश्रण देखने को मिलता है। यही वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पहले खबरें सिर्फ खबरें होती थी। पहले खबरों में कुछ मिलावट नहीं होती थी।  

मीडिया की तारीफ में कही ये बात

इसके अलावा उन्होंने मीडिया की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि भारत में वर्ष 1780 में पहला अखबार जेम्स ऑगस्टस हिक्की द्वारा निकाले गए पहले अखबार बंगाल गजट के समय से ही प्रेस लोगों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। 

संवेदनशील खबरों को संवेदनशील ही होना चाहिए

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संवेदनशील खबरों को आदेश के अनुसार चलाना चाहिए और संवदेनशील खबरों का मतलब संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिजनेस ग्रुप, राजनीतिक पार्टियां और कई जाने-माने व्यक्तित्व खबरों को देखने के लिए न्यूज चैनल देखते हैं या फिर अखबार पढ़ते हैं। अपनी रुचि के हिसाब से सभी खबरों को देखते या पढ़ते हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति में मीडिया के मूल्यों का क्षरण हो रहा है। 

राजनीतिक पार्टियों के अखबार चलाने पर दिया बयान

इस दौरान उन्होंने कहा कि कई राजनीति पार्टियों ने खुद का अखबार या न्यूज चैनल शुरू किया हुआ है। जिससे उन्हें किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने के बारे में कहा जाता है। ऐसे में उन्हें खुद यह समझना चाहिए कि वह क्या सही है और क्या गलत है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि आप मुझसे पूछ सकते हैं कि क्या राजनीतिक पार्टियों को अपना अखबार चलाने का अधिकार है। तो इसका जवाब हां है, लेकिन ऐसी पार्टियों के अखबार के नीचे उनकी पार्टी का नाम लिखा होना चाहिए। जिससे लोगों को सही जानकारी मिले।

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