लॉकडाउन की गिरफ्त में भारत: जानें कैसे और कब हुई इसकी शुरुआत और क्‍या मिली रियायतें

भारत में 24 मार्च से लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी। अब चौथे फेज में इसको 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sun, 17 May 2020 09:50 PM (IST) Updated:Sun, 17 May 2020 11:03 PM (IST)
लॉकडाउन की गिरफ्त में भारत: जानें कैसे और कब हुई इसकी शुरुआत और क्‍या मिली रियायतें
लॉकडाउन की गिरफ्त में भारत: जानें कैसे और कब हुई इसकी शुरुआत और क्‍या मिली रियायतें

नई दिल्‍ली। भारत में कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च 2020 को जनता कर्फ्यू का एलान किया था। इस जनता कर्फ्यू के दौरान किसी के भी घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई थी। इसमें लोगों ने पीएम की अपील को सफल बनाने के लिए जो एकजुट का परिचय दिया था।14 घंट का ये जनता कर्फ्यू हर तरह से सफल रहा था।

लॉकडाउन-1: इसके बाद 24 मार्च 2020 की रात 8 बजे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन करने का एलान किया था। ये लॉकडाउन 21 दिनों के लिए था जो 14 अप्रैल को खत्‍म होना था। इस लॉकडाउन में हर चीज बंद थी। जिस वक्‍त पीएम मोदी ने इसका एलान किया था उस वक्‍त तक भारत में इस जानलेवा वायरस के केवल 500 मामले ही देश में थे। 

लॉकडाउन-2: 15 अप्रैल 2020 को पीएम मोदी ने लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दी और लॉकडाउन-2 का आगाज हुआ। लॉकडाउन का ये फेज 19 दिनों के लिए था। इस दौरान देशभर के जिलों को रेड, ग्रीन और औरेंज जोन में बांट दिया गया। इसके मुताबिक केवल मेडिकल स्‍टोर को खोलने की इजाजत थी। इसके अलावा हर चीज पर प्रतिबंध था।

लॉकडाउन-3: 4 मई को केंद्र की तरफ से लॉकडाउन का तीसरा फेज शुरू किया और लॉकडाउन-3 का एलान किया। ये लॉकडाउन 4-17 मई के लिए था और 14 दिन के लिए इसको लगाया गया था। इस फेज में पहले से बनाए गए तीन जोन के अलावा कंटेनमेंट और बफर जोन बनाए गए। सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस में रेड जोन कऔरेंज जोन में बदलने के लिए 21 दिनों के फेज का आंकलन जरूरी था। इन्‍हीं 21 दिनों के अंदर आने वाले संक्रमितों की संख्‍या पर ये तय करना था कि जोन को बढ़ाया जाए या कम किया जाए। हालांकि इस फेज में में लोगों को सशर्त बाहर निकलने की इजाजत दी गई थी। इसमें मेडिकल स्‍टोर्स के अलावा अन्‍य दुकानों के खुलने का समय निर्धारित किया गया। हालांकि इसमें इसमें भी शॉपिंग माल्‍स, मूवी थियेटर समेत ऐसी किसी भी जगह को खोलने को इजाजत नहीं दी गई थी जहां पर भीड़ जुटने की उम्‍मीद थी। हालांकि इस फेज में कुछ उद्योगों और ऑफिसों को इन शर्तों के साथ खोला गया कि कर्मचारियों को पीपीई किट मुहैया करवाई जाएगी। इसके अलावा ये भी कहा गया कि कर्मचारियों को आने जाने की जरूरत नहीं होगी बल्कि इन्‍हें रोकने और इनके खाने-पीने का इंतजाम वही कंपनी करेगी जो इस दौरान अपना काम शुरू करना चाहेगी।

लॉकडाउन-4: 17 मई को केंद्र सरकार की तरफ से गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन-4 के लिए नई गाइडलाइंस जारी की और इसकी अवधि को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया। इस दौरान पहले के ही लगाए गए ज्‍यादातर प्रतिबंधों को ही लागू रखा गया।

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