कांग्रेस को 2जी मामले में कोर्ट के फैसले पर आपत्ति नहीं, फिर मक्‍का मस्जिद पर क्‍यों

मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद सहित सभी 5 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Mon, 16 Apr 2018 04:20 PM (IST) Updated:Mon, 16 Apr 2018 08:37 PM (IST)
कांग्रेस को 2जी मामले में कोर्ट के फैसले पर आपत्ति नहीं, फिर मक्‍का मस्जिद पर क्‍यों
कांग्रेस को 2जी मामले में कोर्ट के फैसले पर आपत्ति नहीं, फिर मक्‍का मस्जिद पर क्‍यों

नई दिल्‍ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी ने मक्‍का मस्जिद ब्‍लास्‍ट में आए फैसले पर कांग्रेस के संदेह पर निशाना साधा है। कांग्रेस के कुछ नेता इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन भाजपा नेता संबित पात्रा का कहना है कि कांग्रेस एक कोर्ट के फैसले को रही ठहराती है, तो दूसरे को गलत।

संबित पात्रा ने कहा, 'भाजपा मक्‍का मस्जिद ब्‍लास्‍ट मामले में कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्‍पणी नहीं करेगी। हम भारतीय न्‍यायपालिका की कार्यप्रणाली पर कोई टिप्‍पणी नहीं करना चाहते हैं। वो एक स्वतंत्र निकाय है। लेकिन हम यहां कांग्रेस से यह पूछना चाहते हैं कि 2जी स्‍पेक्‍ट्रम मामले में कोर्ट का फैसला उन्‍हें सही लगता है, क्‍योंकि यह उनकी पार्टी के नेताओं के पक्ष में है। लेकिन मक्‍का मस्जिद ब्‍लास्‍ट मामले में आए कोर्ट के फैसले पर वह सवाल उठा रहे हैं। ये दोहरे मापदंड कांग्रेस क्‍यों अपना रही है।

साथ ही संबिता पात्रा ने कहा है कि पूर्व वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम और सुशील शिंदे जैसे नेताओं ने भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल कर हिंदुओं का अपमान किया था। अब इसके लिए कांग्रेस की पूर्व अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। भाजपा ने कोर्ट के इस फैसले को कर्नाटक चुनावों के लिए अपना हथियार बनाते हुए कहा कि वहां जनता कांग्रेस को हराकर इस अपमान का बदला चुकाएगी।

मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद सहित सभी 5 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है। कोर्ट ने अपने फैसले में सभी पांच आरोपी देवेंद्र गुप्ता, लोकेश शर्मा, स्वामी असीमानंद उर्फ नबा कुमार सरकार, भारत मोहनलाल रत्नेश्वर उर्फ भारत भाई और राजेंद्र चौधरी को कोर्ट ने बरी करने का फैसला सुनाया। हैदराबाद की विशेष एनआइए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ एनआइए सबूत नहीं पेश कर पाई। वही, एनआइए ने कहा है कि हम कोर्ट के फैसले की कॉपी देखेंगे फिर आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला लेंगे।

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