सीएम 15 अगस्त को यूपी को देंगे बड़ा तोहफा, प्रदेश में अब होगा पौधों का महाकुंभ मिशन 27 करोड़

उत्तर प्रदेश सरकार पूरे राज्य में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को 22 करोड़ पौधे लगाएगी। वृक्षारोपण अभियान की निगरानी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 10:23 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 10:23 PM (IST)
सीएम 15 अगस्त को यूपी को देंगे बड़ा तोहफा, प्रदेश में अब होगा पौधों का महाकुंभ मिशन 27 करोड़
सीएम 15 अगस्त को यूपी को देंगे बड़ा तोहफा, प्रदेश में अब होगा पौधों का महाकुंभ मिशन 27 करोड़

सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। प्रयागराज कुंभ की ऐतिहासिक और वैश्विक सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार 'वृक्ष महाकुंभ' की तैयारी में है। पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के लिए अभिनव मैराथन प्रयास करने जा रही है। इसके तहत 27 करोड़ पौधे लगाये जाएंगे, जो प्रदेश की कुल आबादी से कहीं अधिक होंगे। लगाये जाने वाले पौधों की यह संख्या पिछले साल के नौ करोड़ का तीन गुना होगी। वृक्षारोपण अभियान की निगरानी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।

इसके लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को चुना गया है, जिस दिन कुल 22 करोड़ पौधे लगाये जाएंगे, जबकि यह अभियान मानसून सीजन में 27 करोड़ पौधे लगाने तक जारी रहेगा। यह एक विश्व रिकार्ड भी होगा। वर्ष 2022 तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में हरियाली का स्तर 15 फीसद तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। फिलहाल यह स्तर 9.2 फीसद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जागरण से बातचीत में कहा 'हरियाली का यह तोहफा आने वाली पीढि़यों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगा।'

भारतीय वन सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो सालों के भीतर प्रदेश में वन क्षेत्र 678 वर्ग किलोमीटर बढ़ा है। मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि गंगा, जमुना, सरयू और अन्य पवित्र नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में पीपल, बरगद व इसी वर्ग के पौधे लगाये जाने की योजना है।

चार व छह लेन की चौड़ी सड़कों के किनारे छायादार पौधे लगाये जाएंगे। राजधानी दिल्ली के लुटियंस जोन की तहत लखनऊ में कुछ प्रमुख सड़कों का चयन किया गया है, जिनके किनारे इमली, नीम, जामुन, आम और जैसे पौधे लगाने की योजना है। प्रदेश के स्मार्ट शहरों को भी इस पौधरोपण अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा।

प्रदेश में एक जुलाई से वन महोत्सव सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान राज्य के 822 विकास खंड, लगभग 60 हजार पंचायतों और 652 शहरी क्षेत्रों को अभियान का अंग बनाया जाएगा। इस हरितिमा अभियान के तहत राज्य के सभी 11 जोनों को निर्धारित लक्ष्य पहले से ही दे दिया गया है, जिसकी तैयारियों वहां जारी हैं।

पौधारोपण को जनांदोलन

बाइस करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी जोन के लिए पौधों का बंटवारा कर दिया गया है। इसके तहत सेंट्रल जोन लखनऊ में 315.99 लाख, दक्षिणी जोन प्रयागराज में 308.91 लाख, रूहेलखंड जोन, बरेली में 284.76 लाख, लखनऊ मंडल लखनऊ में 249.29 लाख, पूर्वी जोन गोरखपुर में 229.46 लाख, आगरा जोन आगरा में 190.70 लाख, गोरखपुर मंडल में 155.92 लाख, पश्चिमी जोन मेरठ में 152.72 लाख, बुंदेलखंड जोन झांसी में 144.41 लाख, कानपुर मंडल, कानपुर में 141.60 लाख और मीरजापुर मंडल में 81.84 लाख पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के प्रत्येक गरीब परिवार को एक पौधा लगाने के लिए दिया जाएगा।

वृक्ष अभिभावक नियुक्त

योगी सरकार ने इस महाभियान के लिए हर गांव में वृक्ष अभिभावक बना दिए हैं। वृक्ष अभिभावक पौधे लगाए जाने से लेकर उनकी देखरेख तक की जिम्मेदारी उठाएंगे। ग्राम प्रधानों को भी इसके लिए जवाबदेह बनाया गया है।

राज्य सरकार के 23 विभाग इस महाभियान का हिस्सा होंगे, जिसकी नोडल एजेंसी वन विभाग होगी। अभियान के तहत वन एवं वन्यजीव 6.53 करोड़, राजस्व विभाग एक करोड़, पंचायती राज एक करोड़, उद्यान विभाग एक करोड़, शिक्षा विभाग 96 लाख, कृषि विभाग 32 लाख, नगर विकास 30 लाख, लोक निर्माण विभाग 20 लाख, सिंचाई विभाग 12 लाख, स्वास्थ्य विभाग 8 लाख, उद्योग विभाग 6 लाख, पशुपालन विभाग 5 लाख, आवास विकास 5 लाख, रेल विभाग 5 लाख, पुलिस विभाग 5 लाख, औद्योगिक विकास 4 लाख, रेशम और सहकारिता विभाग 8 लाख, विद्युत और रक्षा विभाग 7 लाख, श्रम और परिवहन विभाग 4 लाख और ग्राम्य विकास सबसे ज्यादा यानी 10 करोड़ पौधे लगायेगा। यही नहीं इस बार पौधारोपण कार्यक्त्रम में सरकारी विभाग आंकड़ेबाजी नहीं कर पाएंगे। हर पौधे का जियो टैगिंग की जाएगी।

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