नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एमपी के भाजपा विधायक ने दिया बयान, जानें क्‍या कहा

भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हमें या तो बीआर अंबेडकर के संविधान का पालन करना होगा या आंसू बहाते हुए उसे फाड़ कर फेंक देना चाहिए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 05:05 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 05:35 PM (IST)
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एमपी के भाजपा विधायक ने दिया बयान, जानें क्‍या कहा
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एमपी के भाजपा विधायक ने दिया बयान, जानें क्‍या कहा

भोपाल, एएनआइ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में मोर्चा खोलते हुए मध्‍यप्रदेश में मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हमें या तो बीआर अंबेडकर के संविधान का पालन करना होगा या आंसू बहाते हुए उसे फाड़ कर फेंक देना चाहिए। संविधान में यह कहा गया है कि धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में धर्म के आधार पर बंटवारा नहीं होगा। इसके बाद भी यह बंटवारा किया जा रहा है। त्रिपाठी ने कहा कि इसमें एक बात तो साबित होती है या तो आप संविधान के साथ हैं या फिर आप संविधान के खिलाफ हैं। आज गांव में आधार कार्ड बनवाने के लिए आदमी भटक रहा है। इतना पेपर इकट्ठा करके नागरिकता का कोई कागज बनवाना भी असंभव काम है। उन्होंने कहा कि गांव में मुसलमान अब हमें देखना पसंद नहीं कर रहा है। मैं गांव से हूं और गांव की जो तात्कालिक परिस्थितियां देखता हूं, उसके आधार पर मैं यह कह रहा हूं। 

BJP MLA Narayan Tripathi on #CAA: We should either follow BR Ambedkar’s Constitution or we should just tear and throw it away. The Constitution of India says that division can't be done on the basis of religion in our country, still the country is being divided. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/Afl1ABXlQq — ANI (@ANI) January 28, 2020

देश में बनी गृह कलह की स्थितियां  

भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि आज देश में एक तरह से गृह कलह की स्थितियां हो चुकी हैं। एक दूसरे की तरफ लोगों ने देखना बंद कर दिया है। हमारे छोटे से गांव में भी मुसलमान रहता है। वे हमारी इज्जत करते थे और आज वह हमें देखना भी पसंद नहीं कर रहे। जिस घर में, मोहल्ले में, गांव में, प्रदेश में गृह कलह होगा, वहां सुख शांति संभव नहीं है। भाजपा विधायक ने कहा कि हम एकता और अखंडता की बात करते हैं, पर धर्म के आधार पर बंटवारा करेंगे तो यह देश नहीं चल पाएगा। 

कमलनाथ सरकार के पक्ष में किया था मतदान

पिछले जुलाई के महीने में मध्य प्रदेश विधानसभा में आपराधिक कानून (संशोधन) बिल पर मतदान के दौरान दो भाजपा विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कौल ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में मतदान किया था। इसके बाद कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा पर निशाना साधा था।

भाजपा विधायकों के अपने पक्ष में वोट मिलने के बाद सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर चुटकी ली थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा रोज कहती है कि हमारी सरकार कभी भी गिर सकती है। आज सदन में आपराधिक कानून (संशोधन) बिल पर वोटिंग के दौरान दो भाजपा नेताओं ने हमारे पक्ष में वोट दिया।

हाईकमान ने जाहिर की थी नाराजगी 

दो विधायकों के भाजपा छोड़ कांग्रेस का साथ देने पर पार्टी हाईकमान नाराज था। तत्‍कालीन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह से फोन पर बातचीत की और नाराजगी जाहिर की थी। 

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