आपातकाल के दौरान देश में दिखी थी गद्दाफी व सद्दाम की झलक, राहुल गांधी के बयान पर जावड़ेकर का पलटवार

भारत के हालात को बदतर बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गद्दाफी और सद्दाम हुसैन भी अपने देशों में चुनाव कराकर जीतते रहे हैं। अब उनके इस बयान पर भाजपा ने पटलवार किया है और कहा कि आपातकाल के दौरान ही गद्दाफी और सद्दाम जैसा समय देखने को मिला।

By TaniskEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 12:58 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 02:31 PM (IST)
आपातकाल के दौरान देश में दिखी थी गद्दाफी व सद्दाम की झलक, राहुल गांधी के बयान पर जावड़ेकर का पलटवार
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया।

नई दिल्ली, एएनआइ। लगभग हर दिन अपने बयानों से केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में अपना माइक बंद किए जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, भारत के हालात को बदतर बताते हुए उन्होंने यह भी कह डाला कि गद्दाफी और सद्दाम हुसैन भी अपने देशों में चुनाव कराकर जीतते रहे हैं। अब उनके इस बयान पर भाजपा ने पटलवार किया है और कहा कि देश में आपातकाल के दौरान ही गद्दाफी और सद्दाम जैसा समय देखने को मिला था। 

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी की बातों पर टिप्पणी करना बेकार है, क्योंकि वे विचार ही नहीं करते। पता नहीं वे किस ग्रह पर रहते हैं। देश के लोकतंत्र की तुलना गद्दाफी और सद्दाम हुसैन से करना जनता का अपमान है। 80 करोड़ मतदाताओं का अपमान है। केवल आपातकाल के सालों के दौरान  हमने गद्दाफी और सद्दाम जैसा समय देखा। 

राहुल गांधी कुछ भी बोलते रहते हैं- प्रहलाद सिंह पटेल

राहुल गांधी ने कहा था कि खुद भाजपा नेता संसद में उनसे कहते हैं कि उनको किसी भी मुद्दे पर खुलकर बोलने की आजादी नहीं इस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि उन्हें लगता है कि राहुल गांधी को भी पार्टी इजाजत नहीं दे रही। वे कुछ भी बोलते रहते हैं। उनकी बात पर जवाब देना बंद कर देना चाहिए। 

गद्दाफी और सद्दाम हुसैन भी अपने-अपने देशों में चुनाव कराकर जीत जाते थे

राहुल अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय से खास बातचीत कर रहे थे। बातचीत के क्रम में अमेरिका के एक संगठन द्वारा भारत को 'इलेक्टोरल आटोक्रेसी' वाले देश की श्रेणी में रखे जाने के सवाल पर राहुल ने कहा कि भारत में हालात बदतर हैं। उन्होंने कहा, 'हमें यह बात साबित करने के लिए किसी से तस्दीक कराने की जरूरत नहीं है। गद्दाफी और सद्दाम हुसैन भी अपने-अपने देशों में चुनाव कराकर जीत जाते थे। वहां वोट की रक्षा करने का कोई संस्थागत ढांचा नहीं था।'

भाजपा सांसदों को लेकर राहुल का दावा

राहुल ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें संसद में बताया कि वे लोग खुलकर चर्चा में भाग नहीं ले सकते। उनसे (भाजपा सांसदों से) कहा गया है कि उन्हें क्या कहना है। राहुल आगे बोले, 'संसद में मेरा माइक भी बंद कर दिया गया। मैंने जो बात कही उसे टीवी पर नहीं दिखाया गया।'

राहुल ने आरएसएस की तुलना मिस्त्र के मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन से कर दी

राहुल ने इस बातचीत के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रति अपनी भड़ास निकालते हुए उसकी तुलना मिस्त्र के मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन से कर दी। गौरतलब है कि मुस्लिम ब्रदरहुड एक कट्टरपंथी संगठन है। इसकी गतिविधियों के कारण मिस्त्र की सरकारें इस पर कई बार कड़ी कार्रवाई कर चुकी हैं। चीन के वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित होने के बारे में पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा कि चीन का उदय होने से कुछ अर्से से हमारी नीतियों प्रभावित हो रही हैं। चीन के लोगों की अपनी सैन्य रणनीति है, जिसकी कोई काट नहीं है।

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