सीएम बघेल बोले- यूपी में योगी सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर, 2022 में नहीं होगी वापसी

भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना सादा है। बघेल ने सोमवार को कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ उत्तर प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर चल रही है। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बघेल कांग्रेस के पर्यवेक्षक हैं।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 01:12 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 01:12 PM (IST)
सीएम बघेल बोले- यूपी में योगी सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर, 2022 में नहीं होगी वापसी
अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं।

रायपुर (छत्तीसगढ़), एएनआइ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना सादा है। बघेल ने सोमवार को कहा कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार के खिलाफ उत्तर प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर चल रही है और वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly polls) के बाद राज्य में सत्ता बरकरार नहीं रख सकेंगे।

लखीमपुर खीरी से लौटे बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'यूपी में भाजपा सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है। किसान, युवा, अनुसूचित जाति से लेकर व्यापारी तक हर कोई सीएम से नाराज है। योगी सरकार की राज्य में सत्ता पर वापसी नहीं होगी।

बघेल को हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ हाल ही में 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवारों से मुलाकात की थी। हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर भी हमला किया, जिन्होंने लखीमपुर खीरी जाने के लिए बघेल की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी ने राज्य में विरोध जताया था। पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा का छत्तीसगढ़ से क्या संबंध है? बीजेपी हर चीज में दोहरा मापदंड अपनाती है।'

अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 312 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी ने 403 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 39.67 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था। समाजवादी पार्टी (सपा) को 47 सीटें, बसपा ने 19 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल सात सीटों पर जीत हासिल कर सकी थी।

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